मध्य प्रदेश

नर्सिंग कॉलेजों में प्रवेश प्रक्रिया शुरू , NSUI ने जांच को बताया फर्जी

नर्सिंग महाघोटाले में CBI अफसरों की मिलीभगत उजागर होने के बाद अब जांच रिपोर्ट को लेकर उठ रहे सवाल

CBI जांच में उपयुक्त पाए गए कॉलेजों की पुनः जांच कराई जाए, दलालों के इशारे पर कॉलेजों को बताया गया है उपयुक्त: रवि परमार

भोपाल। मध्य प्रदेश के बहुचर्चित नर्सिंग महाघोटाले में भ्रष्टाचार की एक के बाद एक नई परतें खुल रही है। दिल्ली सीबीआई की जांच में पता चला है कि कॉलेजों की जांच कर रही CBI की टीम भी भ्रष्टाचार में संलिप्त थी। ऐसे में सीबीआई इंस्पेक्टर को नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया है। उधर, पूर्व के सीबीआई रिपोर्ट के आधार पर उपयुक्त घोषित किए गए कॉलेजों में प्रवेश प्रक्रिया शुरू हो गई है। इसे लेकर भी एनएसयूआई ने सवाल खड़े किए हैं।

दरअसल, सीबीआई ने जिन कॉलेजों की हाईकोर्ट में उपयुक्त बताया था, उन कॉलेजों में अब प्रदेश की प्रक्रिया शुरू होने जा रही है। इस संबंध में नर्सिंग काउंसिल ने सभी औपचारिकताएं पूरी कर ली है। इसी महीने प्रदेश को लेकर नोटिफिकेशन जारी किया गया। सीबीआई अफसरों द्वारा कैसे इन कॉलेजों की उपयुक्त बताया उसकी पोल खुलने के बाद भी अब तक प्रदेश की प्रक्रिया फिलहाल नहीं रोकी गई है ।

नर्सिंग घोटाले के व्हिसिलब्लोअर रवि परमार ने भी कॉलेजों में प्रवेश प्रक्रिया शुरू किए जाने को लेकर चिंता जताई है। परमार ने कहा कि सीबीआई द्वारा की गई पूरी जांच रिपोर्ट सवालों के घेरे में है। पूरा प्रदेश जनता है कि किस तरह दलालों की मदद से कॉलेजों को मान्यता दी गई। स्वयं सीबीआई दिल्ली की टीम ने अपने भ्रष्ट अफसरों को रंगे हाथों पकड़ा। ऐसे में अब किस बात की औपचारिकता? सीबीआई को पुनः निष्पक्ष जांच करानी चाहिए और तबतक के लिए प्रवेश प्रक्रिया पर रोक लगाई जाए। ऐसा नहीं हुआ तो एनएसयूआई प्रदेशभर में उग्र आंदोलन शुरू करेगी।

बता दें कि फर्जी नर्सिंग कालेजों के खिलाफ प्रदर्शन करने पर छात्र नेता रवि परमार के विरुद्ध कई मुकदमे दर्ज किए गए हैं। जिसमें मध्यप्रदेश नर्सेस रजिस्ट्रेशन काउंसिल कार्यालय में शांति पूर्वक प्रदर्शन करने पर उन्हें टीटी नगर पुलिस ने गिरफ्तार कर मुकदमा दर्ज किया था। वहीं तत्कालीन चिकित्सा शिक्षा मंत्री के बंगले के बाहर प्रदर्शन करने पर जेल भेज कर मुकदमा दर्ज किया था। साथ ही तत्कालीन लोक स्वास्थ्य परिवार कल्याण मंत्री के बंगले पर प्रदर्शन करने पर मुकदमा दर्ज किया गया। वहीं ऐसे सैंकड़ों मुकदमे रवि परमार के साथियों और नर्सिंग छात्रों पर पुलिस ने दर्ज किए थे। हालांकि, अब सत्य उजागर हो रहे हैं। इस संबंध में परमार ने कहा कि हम कई बार गिरफ्तार हो चुके हैं, जेल जा चुके हैं। अब गिरफ्तारी और जेल जाने की बारी मेडिकल माफियाओं की है।

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