
इंदौर में एमबीए फर्स्ट ईयर के दो पेपर निरस्त कर दिए गए हैं। यह दोनों ही पेपर लीक होने की बात सामने आई थी। यह जानकारी आने के बाद छात्र भड़क गए थे और मंगलवार को यूनिवर्सिटी में विरोध प्रदर्शन किया गया।
इंदौर में डीएवीवी के एमबीए फर्स्ट ईयर के दो पेपर क्वांटिटेटिव टेक्निक व अकाउंट्स के पेपर को निरस्त किया गया है। यह दोनों ही पेपर लीक होने की जानकारी मिली थी। प्रारंभिक जांच के बाद दोनों पेपर निरस्त करने का फैसला लिया गया। इसे लेकर छात्र दो दिन से हंगामा कर रहे थे और मंगलवार शाम को पेपर निरस्त कर दिए गए। रिटायर्ड जज की अध्यक्षता में जांच समिति बनाई गई है जो इस मामले में एक सप्ताह में रिपोर्ट पेश करेगी। छात्र दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
छात्र धरने पर बैठे
इससे पहले मंगलवार को सुबह छात्र यूनिवर्सिटी में धरने पर बैठ गए। वे कुलपति प्रो. रेणु जैन से मिलने के लिए पहुंचे थे लेकिन उन्हें कुलपति से मिलने का मौका नहीं मिला। इसके बाद उन्होंने विश्वविद्यालय के गेट पर ताला लगाकर धरना शुरू कर दिया। धरने पर बैठे छात्रों ने कुलपति और रजिस्ट्रार के इस्तीफे की मांग की। मुर्दाबाद के नारे भी लगाए गए। बाद में कुलपति छात्रों से मुलाकात करने पहुंची। छात्रों ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन लापरवाही बरत रहा है और बार-बार पेपर लीक होने की घटनाओं को रोकने में नाकाम रहा है। इससे छात्रों की मेहनत और भविष्य पर बुरा असर पड़ रहा है। यह तीसरी बार है जब विश्वविद्यालय में पेपर लीक हुआ है, जिससे छात्रों में भारी रोष व्याप्त है।