मध्य प्रदेश

सलकनपुर देवी धाम से लौटते वक्त भैरव घाटी पर हुए सड़क हादसे में एक ही परिवार 6 सदस्यों की मौत

अर्थी पर दादा-दादी के बीच नन्हे पोते को देख हर दिल से उठी चीत्कार, मां बिलखते हुए बोली- उठ जा मेरे लाल

Bhopal News: अर्थी पर दादा-दादी के बीच नन्हे पोते को देख हर दिल से उठी चीत्कार, मां बिलखते हुए बोली- उठ जा मेरे लाल

भोपाल। सलकनपुर देवी धाम से लौटते वक्त भैरव घाटी पर हुए सड़क हादसे में एक ही परिवार 6 सदस्यों की मौत हो गई। हादसे में बुरी तरह घायल छह माह का वह नन्हा बालक भी अस्पताल में उपचार के दौरान शांत हो गया, जिसके मुंडन के लिए परिवार के 12 सदस्य प्राइवेट वाहन से गए थे। वह हादसे के बाद से ही वेंटिलेटर पर था। शुक्रवार को छोला विश्राम घाट में अंतिम संस्कार के दौरान नन्हे व्योम के शव को लाकर अर्थी पर जब दादा राजेंद्र चौकसे और दादी उषा के शव के बीच लिटाया गया, तो यह दृश्य देखकर वहां मौजूद हर व्यक्ति का दिल चीत्कार कर उठा। बच्चे के माता-पिता का रो-रोकर बुरा हाल था। व्योम की बदहवास मां शिखा (35) अपने कलेजे के टुकड़े को छोड़ने के लिए तैयार नहीं थी। वह व्योम के चेहरे को हाथ में लेकर बिलखते हुए बस एक ही रट लगाए जा रही थी- उठ जा मेरे लाल। तेरे बगैर मैं कैसे जियूंगी? आसपास के लोगों ने बड़ी मुश्किल से मां को व्योम से अलग किया और उसे वहां से ले गए। इसके बाद अंतिम संस्कार की बाकी रस्में अदा हुईं।

हादसे में तबाह हुआ परिवार

बता दें कि शुक्रवार शाम सलकनपुर धाम की भैरव घाटी पर डिवाइडर से टकराने के बाद कार पलट गई थी। इस दुर्घटना में कार चालक सहित सहित सात लोगों की मौत हो गई। चौकसे परिवार के बेटे मोहित की दो वर्ष पहले शादी हुई थी। उनके बेटे व्योम का मुंडन अक्षय तृतीया पर कराने और देवीधाम सलकनपुर के दर्शन करने का कार्यक्रम बनाया गया था। इसके लिए पांडे परिवार के अलावा उनके रिश्तेदार सहित 11 लोग कार से सलकनपुर रवाना हुए थे। कार विश्वकर्मा नगर निवासी लक्ष्मीनारायण चौकसी चला रहा था। धार्मिक अनुष्ठान संपन्न करने के बाद सभी कार से घर के लिए वापस लौट रहे थे। शाम करीब छह बजे देवी धाम की सड़क पर भैरव घाटी के मोड़ पर चालक ने कार से नियंत्रण खो दिया था। जिसके चलते कार सड़क किनारे बनी कंक्रीट की दीवार से टकराकर पलट गई थी।

दो लोगों ने मौके पर तोड़ दिया था दम

हादसे में कार चालक लक्ष्मीनारायण परिवार के मुखिया 72 वषोीय शारदा प्रसाद और 70 वर्षीय राजेंद्र पांडे की मौके पर मौत हो गई थी सभी घायलों को नर्मदापुरम के अस्पताल पहुंचाया गया था। वहां उपचार के दौरान शारदा प्रसाद की पत्नी 60 वर्षीय अपर्णा और राजेंद्र पांडे की पत्नी 60 वर्षीय ऊषा एवं एक रिश्तेदार 85 वर्षीय पुष्पलता अवस्थी की मौत हो गई थी। छह माह के व्योम को राजधानी के रेनबो अस्पताल में भर्ती कराया गया था। घायलों में 35 वर्षीय मोहित पांडे, उनकी पत्नी 32 वर्षीय शिखा पांडे, 33 वर्षीय मोनिका पांडे, 40 वर्षीय ज्योति पांडे एवं 45 वर्षीय गायत्री पांडे शामिल हैं। इनकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है।

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