देश

अग्निपथ योजना को लेकर राहुल गांधी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु को पत्र लिखा

नई दिल्ली। अग्निपथ योजना (Agneepath Scheme) को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने शनिवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु को पत्र लिखा है। इसमें राष्ट्रपति से अग्निपथ योजना में हस्तक्षेप की अपील की है। उन्होंने पत्र में आरोप लगाया है कि मारे गए सैनिकों के परिवारों को दिए जाने वाले लाभ की प्रकृति और सीमा में भेदभाव है।राहुल गांधी ने कहा कि इस मामले में अपवाद जरूरी है, क्योंकि आप भारत के सशस्त्र बलों की सर्वोच्च कमांडर हैं और यह मुद्दा राष्ट्रीय सुरक्षा को प्रभावित करता है। राहुल ने कहा कि वह उन्हें देश की सेवा में अपना जीवन न्यौछावर करने वाले अग्निवीरों को न्याय प्रदान करने की अपील के साथ यह पत्र लिख रहे हैं।

भेदभाव पर तत्काल ध्यान देने की जरूरत

नियमित सैनिकों की तुलना में मारे गए अग्निवीरों के परिवारों को दिए जाने वाले लाभों की प्रकृति और सीमा में भेदभाव पर तत्काल ध्यान देने की जरूरत है। यह अन्याय है। यही कारण है कि कांग्रेस और हमारे सहयोगियों ने अग्निपथ योजना का कड़ा विरोध किया है और हमने सरकार बनने पर इसे रद्द करने का वादा किया है।

आपसे हस्तक्षेप का अनुरोध करता हूं- राहुल

गांधी ने कहा कि मैं आपसे हस्तक्षेप का अनुरोध करता हूं। मैं मानता हूं कि राष्ट्रपति आम तौर पर नीति के मामलों में हस्तक्षेप नहीं करते। हालांकि, मेरा मानना है कि इस मामले की गंभीरता और आपकी अद्वितीय स्थिति दोनों को देखते हुए, इस मामले में एक अपवाद की आवश्यकता है। आप भारत के सशस्त्र बलों की सर्वोच्च कमांडर हैं। आपने खुद को भारत के लोगों के कल्याण के लिए समर्पित करने की शपथ ली है। क्या हमारे अग्निवीर शहीदों के खिलाफ यह भेदभाव हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा नहीं है? क्या यह हमारे युवाओं के साथ गंभीर अन्याय नहीं है, जो बहादुरी से अपनी जान जोखिम में डालकर सेवा करते हैं?

प्रश्नों का उत्तर केवल सकारात्मक में ही दिया जा सकता है

इन महत्वपूर्ण प्रश्नों का उत्तर केवल सकारात्मक में ही दिया जा सकता है। इसलिए, मैं आपसे अपील करता हूं कि आप अपने प्रतिष्ठित कार्यालय का उपयोग न्याय करने के लिए करें। यह सुनिश्चित करके कि अग्निवीर को भी मातृभूमि के लिए सर्वोच्च बलिदान देने वाले किसी भी सैनिक के समान लाभ मिले।

 

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button