
नयी दिल्ली।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि कांग्रेस में “नफरत का भूत” घुस गया है और उसे “सबसे भ्रष्ट” पार्टी बताते हुए आरोप लगाया कि उसे “टुकड़े-टुकड़े” गिरोह या विभाजनकारी तत्व और शहरी नक्सली चला रहे हैं। मुख्य विपक्षी दल पर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा कि 138 साल पुराना यह संगठन गणपति पूजा से भी नफरत करने लगा है। यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब कुछ दिन पहले ही मोदी ने भारत के प्रधान न्यायाधीश डी.वाई. चंद्रचूड़ के नयी दिल्ली स्थित घर में भगवान गणेश की पूजा की थी, जिस पर राजनीतिक विरोधियों ने उनकी आलोचना की थी।
मोदी ने ‘पीएम विश्वकर्मा योजना’ के एक साल पूरे होने पर महाराष्ट्र के वर्धा में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘आज आप जिस कांग्रेस को देखते हैं, यह वह पार्टी नहीं है जिसके साथ महात्मा गांधी जैसे महान व्यक्ति जुड़े थे।” मोदी ने कहा, “कांग्रेस में नफरत का भूत घुस गया है। आज की कांग्रेस में देशभक्ति की आत्मा अंतिम सांस ले चुकी है।” मोदी ने कांग्रेस नेताओं द्वारा विदेश में दिए गए भाषणों में उनके ‘‘भारत विरोधी एजेंडे” पर भी बात की। उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी का नाम लिए बिना यह बात की।
राहुल गांधी आरक्षण प्रणाली और सिख समुदाय पर अमेरिका में अपनी टिप्पणी को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के निशाने पर हैं। मोदी ने गांधी परिवार का नाम लिए बिना कहा, ‘‘अगर कोई भ्रष्ट पार्टी है तो वह कांग्रेस है और सबसे भ्रष्ट परिवार, उसका शाही परिवार है।” उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस गणेश पूजा से भी नफरत करती है। मैं गणेश पूजा के एक कार्यक्रम में गया था और कांग्रेस ने इसे तुष्टीकरण की राजनीति बताकर इसकी आलोचना की। कर्नाटक में गणपति बप्पा को सलाखों के पीछे डाल दिया गया। गणपति की मूर्ति को पुलिस वैन में रखा गया।”
प्रधानमंत्री ने कहा कि महाराष्ट्र में कांग्रेस के सहयोगी दल, जिनमें शिवसेना (यूबीटी) और राकांपा (शरदचंद्र पवार) शामिल हैं, चुप रहे और उन्होंने गणपति बप्पा के अपमान पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। उन्होंने इस साल के अंत में महाराष्ट्र में होने वाले राज्य विधानसभा चुनावों के स्पष्ट संदर्भ में कहा, ‘‘महाराष्ट्र में, हमें उनके दोहरे चरित्र को लेकर सचेत रहना होगा।” मोदी ने कहा, ‘‘झूठ और विश्वासघात कांग्रेस की पहचान हैं और महाराष्ट्र के लोगों को पार्टी से सावधान रहना चाहिए।” मोदी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने किसानों का इस्तेमाल केवल राजनीति और भ्रष्टाचार के लिए किया है।