जो बाइडेन प्रशासन ने रूस के खिलाफ युद्ध में यूक्रेन को परमाणु हथियार देने की बनाई योजना
वाशिंगटन।अमेरिका के जो बाइडेन प्रशासन ने रूस के खिलाफ जारी युद्ध में यूक्रेन को परमाणु हथियार प्रदान करने की योजना बनाई है, ताकि यूक्रेन अपनी सुरक्षा को सुनिश्चित कर सके और रूस के आक्रामकता का सामना कर सके। यह खुलासा न्यूयॉर्क टाइम्स (NYT) की एक रिपोर्ट में हुआ है, जो इस मुद्दे से जुड़े अमेरिकी अधिकारियों के बयान और विशेषज्ञों के विश्लेषण पर आधारित है।
यूक्रेन को परमाणु हथियार देने की योजना के पीछे की वजह
रिपोर्ट के अनुसार, यूक्रेन को परमाणु हथियार देने की योजना का उद्देश्य रूस के सैन्य हमलों का मुकाबला करने के लिए यूक्रेन को अधिक सक्षम बनाना है। यूक्रेन को पश्चिमी देशों द्वारा पहले ही सैन्य सहायता दी जा चुकी है, लेकिन अब अमेरिका और अन्य पश्चिमी राष्ट्र इस संभावना पर विचार कर रहे हैं कि रूस के परमाणु हथियारों का खतरा और रूस के आक्रामक आंतरिक नीतियां यूक्रेन की सुरक्षा के लिए एक और सशक्त कदम उठा सकते हैं। अमेरिका द्वारा यूक्रेन को परमाणु हथियार देने की संभावना की चर्चा तब शुरू हुई, जब रूस ने यूक्रेन के खिलाफ अपने परमाणु हथियारों के उपयोग की धमकी दी और साथ ही परमाणु युद्ध की संभावना को बढ़ाने वाले बयान दिए। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि यूक्रेन को परमाणु क्षमता मिलती है, तो यह रूस को एक मजबूत संदेश भेजेगा कि यूक्रेन को किसी भी कीमत पर नकारा नहीं किया जा सकता और न ही यूक्रेन पर हमला करने की कोशिश की जा सकती है।
क्या परमाणु हथियार देना संभव है?
यूक्रेन को परमाणु हथियार प्रदान करना एक अत्यधिक संवेदनशील और जटिल मामला है, क्योंकि 1994 में बुडापेस्ट मेमोरेंडम के तहत यूक्रेन ने अपने परमाणु हथियारों को छोड़ दिया था। उस समय, यूक्रेन ने अपनी स्वतंत्रता और सुरक्षा की गारंटी के लिए रूस, अमेरिका और ब्रिटेन के साथ एक समझौता किया था। हालांकि, वर्तमान स्थिति में यह सवाल उठता है कि क्या अमेरिका इस समझौते को तोड़ने के लिए तैयार होगा और क्या यूक्रेन को परमाणु हथियार देना एक स्थायी समाधान होगा।
रूस की प्रतिक्रिया और वैश्विक प्रभाव
रूस ने यूक्रेन को परमाणु हथियार देने के विचार पर गंभीर आपत्ति जताई है। रूस के अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि यदि यूक्रेन को परमाणु हथियार प्रदान किए गए, तो यह वैश्विक शांति के लिए एक खतरनाक कदम होगा और इसका परिणाम परमाणु युद्ध की दिशा में जा सकता है। रूस ने पहले ही अपने परमाणु हथियारों के प्रयोग को लेकर धमकियां दी थीं, और इस प्रकार के कदम से स्थिति और भी तनावपूर्ण हो सकती है।विशेषज्ञों का मानना है कि यदि यूक्रेन को परमाणु हथियार दिए जाते हैं, तो यह पूरे विश्व में परमाणु अप्रसार संधि (NPT) के सिद्धांतों को चुनौती दे सकता है और दुनिया भर के देशों में एक नए परमाणु दौड़ की शुरुआत हो सकती है। इसके अलावा, इससे रूस और अमेरिका के बीच पहले से ही तनावपूर्ण रिश्तों में और अधिक वृद्धि हो सकती है, जिससे पूरी दुनिया में सुरक्षा की स्थिति और जटिल हो सकती है।
[11/26, 11:28 AM] Sushil Kumar Mishra: परमाणु हथियारों के अलावा, यूक्रेन को और किस प्रकार की मदद मिल रही है?
रिपोर्ट के अनुसार, जो बाइडेन प्रशासन ने यूक्रेन को अन्य सैन्य सहायता प्रदान करने की योजना बनाई है, जिसमें अत्याधुनिक रक्षा प्रणाली, हवाई हमलों से बचाव के लिए मिसाइल रक्षा प्रणाली, और युद्धक टैंक शामिल हैं। इन हथियारों को यूक्रेन को दिया जा रहा है ताकि रूस की आक्रामकता का मुकाबला किया जा सके। इसके अलावा, नाटो (NATO) और यूरोपीय देशों ने भी यूक्रेन को आर्थिक और सैन्य सहायता प्रदान की है, ताकि रूस के खिलाफ युद्ध को और अधिक प्रभावी बनाया जा सके। जो बाइडेन प्रशासन का यह भी कहना है कि यूक्रेन को दी जा रही सहायता न केवल उसे युद्ध में मदद करने के लिए है, बल्कि यह यूक्रेन की संप्रभुता की रक्षा के लिए भी है, जो रूस के आक्रमण का शिकार हो चुका है।
जो बाइडेन प्रशासन की योजना और अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया
अमेरिका के राष्ट्रपति जो जो बाइडेन ने इस योजना के बारे में अभी तक सार्वजनिक रूप से कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है, लेकिन रिपोर्ट में यह कहा गया है कि उनके प्रशासन में कुछ उच्च स्तर के अधिकारियों ने इस विषय पर गंभीर चर्चा की है। यदि यह योजना लागू होती है, तो इसके वैश्विक राजनीति और सुरक्षा पर बड़े असर पड़ सकते हैं। इस योजना पर संयुक्त राष्ट्र और अन्य वैश्विक संगठनों ने भी चिंता व्यक्त की है, क्योंकि परमाणु हथियारों का प्रसार अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा के लिए एक बड़ा खतरा बन सकता है। हालांकि, अमेरिका का मानना है कि रूस के आक्रमण के खिलाफ यूक्रेन को सशक्त बनाना आवश्यक है और यदि यह कदम दुनिया को परमाणु युद्ध के कगार पर पहुंचाता है, तो भी यह कदम यूक्रेन की रक्षा के लिए जरूरी हो सकता है।