अध्यात्मखबर

दक्षिण कोरिया के 60 लाख लोग अयोध्या को मानते हैं अपना ‘मायका’, जानें इसकी खास वजह

अयोध्या (उप्र):दक्षिण कोरिया के नागरिकों के 78 सदस्यीय एक प्रतिनिधिमंडल ने अयोध्या की अपनी दो दिवसीय यात्रा पर राम मंदिर का दौरा किया और अयोध्यावासियों को होली की शुभकामनाएं दीं. अयोध्या के महापौर गिरीश पति त्रिपाठी ने शुक्रवार को बताया कि दक्षिण कोरिया के नागरिकों के 78 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने गुरुवार और शुक्रवार को अयोध्या का दो दिवसीय दौरा किया.

दक्षिण कोरिया के कारक वंश के प्रतिनिधियों ने अपनी सांस्कृतिक जड़ों का स्मरण करने के लिए नया घाट स्थित रानी हियो मेमोरियल पार्क का भी दौरा किया और ढाई साल पहले बने स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित की.

त्रिपाठी ने शुक्रवार को बताया कि प्रतिनिधिमंडल ने गुरुवार को राम मंदिर का दौरा किया और सरयू नदी के तट पर सरयू आरती में शामिल हुए. उन्होंने बताया कि दक्षिण कोरियाई प्रतिनिधिमंडल ने अयोध्या के नागरिकों को होली के त्योहार की शुभकामनाएं दीं.उन्होंने साथ ही बताया कि भारत में यह कहानी शायद ही किसी को पता हो. साथ ही लोग इस तथ्य से भी नावाकिफ होंगे कि दक्षिण कोरिया में लगभग 60 लाख लोग खुद को सुरीरत्ना का वंशज मानते हैं और अयोध्या को अपना मायका मानते हैं.कोरियाई किंवदंती के मुताबिक अयोध्या की राजकुमारी सुरीरत्ना लगभग 2,000 साल पहले एक नाव पर सवार होकर समुद्र पार करके कोरिया पहुंची थी और राजा किम सूरो से शादी की थी. सूरो ने उत्तर एशियाई देश में गया साम्राज्य की स्थापना की थी. राजकुमारी सुरीरत्ना बाद में रानी हियो ह्वांग-ओक बन गईं.

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