
रुपयों के लिए भारतीय सेना के जवान ने अपना इमान बेच दिया। जवान ने पाकिस्तान की खूफिया एजेंसी आईएसएआई का गुप्तचर बनकर काम कर रहा था। अमृतसर पुलिस ने आरोपी जवान समेत उसके साथियों को गिरफ्तार किया है। भारतीय सेना का जवान देश के साथ गद्दारी कर रहा था। जवान ने चंद पैसों के लालच में आकर ऐसी खुफिया जानकारी आईएसआई को भेज दी जिससे देश के लिए खतरा पैदा हो सकता है। हालांकि इस मामले में सैन्य कर्मी अकेला शामिल नहीं है उसके साथ तीन और लोग हैं, जिनमें एक और सेना का ही जवान है और दो प्राइवेट पर्सन हैं। अमृतसर पुलिस ने पाकिस्तान की एजेंसी आईएसआई के लिए गुप्तचर बनकर काम कर रहे तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इन आरोपियों में एक भारतीय सेना का जवान शामिल है। पकड़े गए आरोपियों में अमृतपाल सिंह उर्फ अमृत निवासी चौहला साहिब, राजबीर सिंह निवासी पट्टी, मंदीप सिंह निवासी पट्टी और माधव शर्मा निवासी राजस्थान है। इनमें से आरोपी राजबीर सिंह और अमृतपाल सिंह भारतीय सेना के जवान हैं। आरोपी अमृतपाल को तो गिरफ्तार कर लिया है, जबकि राजबीर सिंह नासिक में तैनात है और उसकी गिरफ्तार अभी बाकी है। पकड़े गए आरोपियों से पुलिस ने आधा किलो हेरोइन, 10 लाख रुपये की ड्रग मनी, एक पिस्तौल व वरना कार बरामद की है। आरोपियों के खिलाफ थाना घरिंडा पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
एसएसपी देहाती चरणजीत सिंह ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि आरोपी राजबीर सिंह और अमृतपाल सिंह भारतीय सेना में बतौर सिपाही तैनात हैं और वर्तमान में नासिक में ड्यूटी कर रहे हैं। दोनों पाकिस्तान की खुफिया एजेंसियों के लिए जासूसी कर रहे हैं। सूचना यह भी थी कि दोनों विभिन्न भारतीय सैन्य ठिकानों के दस्तावेज और नक्शे चंद पैसों के लिए पाकिस्तानी सेना को बेच चुके हैं।