इतने साल बाद तो मेरी जिंदगी में कुछ खुशियां आई थीं। वो भी खत्म होती दिख रही हैं। पाकिस्तान में मेरे शौहर इंतजार कर रहे हैं, लेकिन न मैं वहां जा सकती हूं और न वे यहां आ सकते हैं।’ये कहानी मुंबई के ठाणे में लोकमान्य नगर में रहने वाली 23 साल की सनम खान की है। सनम और उनकी मां के दिन की शुरुआत ही अदालत और पुलिस स्टेशन जाने की तैयारी के साथ होती है। वे हर दोपहर 12 बजे पुलिस स्टेशन पहुंचती हैं, हाजिरी लगाती हैं और फिर अदालत जाकर अपनी सुनवाई का इंतजार करती हैं। किसी दिन सुनवाई होती है, किसी दिन बिना सुनवाई के लौटना पड़ता है। अदालत में घंटों खड़े रहने के बाद सिर्फ उनका नाम और पता पूछा जाता है। सनम की जिंदगी में ये मुश्किल दौर तब शुरू हुआ, जब उन्होंने अपना पुराना नाम नगमा नूर बदला। वे नाम बदलकर पाकिस्तान चली गईं। लौटीं तो जेल जाना पड़ा। फिलहाल सनम जमानत पर हैं। नगमा नूर के सनम खान बनने का मामला क्या है, क्यों IB, NIA और रॉ जैसी एजेंसियां उनकी जांच कर रही हैं,.
तलाक के बाद नई जिंदगी शुरू करनी थी, इसलिए बदला नाम
सनम लोकमान्य नगर के त्रिमूर्ति अपार्टमेंट के फ्लैट नंबर 204 में रहती हैं। बचपन में ही पिता की मौत हो गई थी। वे 45 साल की मां परवीन और दो बच्चों के साथ रह रही हैं। कोर्ट में केस होने का हवाला देकर उन्होंने हमसे बात करने से मना कर दिया। हालांकि, बाद में तैयार हो गईं। सनम पहली शादी टूटने का जिक्र करते हुए बताती हैं, ‘मैंने 2015 में अपना नाम बदला। 2016 में पहले पति से अलग होकर मां के पास मुंबई लौटी थी। यहां रहते हुए आधार कार्ड पर गांव का एड्रेस चेंज करवाया। इसी दौरान नाम नगमा नूर मकसूद अली से बदलकर सनम खान कर लिया था।’FIR में सनम की उम्र 23 साल है। वे पहले पति से अलग हुईं, तब उनकी उम्र सिर्फ 15 साल रही होगी। उनके दो बच्चे भी थे। सवाल है कि क्या सनम पहली शादी के वक्त नाबालिग थीं। हालांकि, शादी टूटी क्यों, इस पर वे कुछ नहीं कहतीं। नाम बदलने की वजह पूछने पर बताती हैं, ‘मैं पुरानी जिंदगी भूलना चाहती थी। पुराने नाम पर सिर्फ स्कूल का सर्टिफिकेट और पैन कार्ड था। मैंने नई शुरुआत के लिए नाम बदला। आधार कार्ड पर नाम बदलने के लिए आधार सेंटर वालों ने मुझसे कोई कानूनी डिक्लेरेशन नहीं मांगा। सिर्फ पुराना आधार कार्ड मांगा और नया कार्ड बना दिया।’
पाकिस्तान का वीजा मिल जाए, इसलिए ऑनलाइन निकाह किया
सनम आगे बताती हैं, ‘पासपोर्ट मिलने के बाद मैंने पाकिस्तान के वीजा के लिए अप्लाय किया। मैं वहां जाकर शादी करना चाहती थी। वीजा ऑफिस ने पहले ही दिन जांच शुरू की और बताया कि इसमें 8 महीने का समय लग सकता है। इसके बाद मैं दिल्ली से वापस मुंबई आ गई।’‘इस दौरान पाकिस्तान में बाबर का भी वेरिफिकेशन हुआ। करीब 4 महीने बाद मैं फिर दिल्ली गई। वहां एक शख्स ने बताया कि अगर हम ऑनलाइन शादी कर लेते हैं, तो मेरा पाकिस्तान जाना आसान हो जाएगा।’सनम बताती हैं, ‘दिल्ली में रहते हुए फरवरी, 2024 में हमने वीडियो कॉल के जरिए शादी की। फिर मैंने सारे डॉक्यूमेंट पाकिस्तान भेजे। मेरे पति ने नादिरा तहसील में हमारी शादी रजिस्टर्ड करवाई और फिर डॉक्यूमेंट भेजे। इसके बाद मुंबई में वीजा वाले जांच के लिए आए।’‘मैं पांच घंटे तक पुलिस स्टेशन में जांच करने वालों के साथ थी। उन्हें मैंने बताया था कि पहले मेरा नाम नगमा नूर था।’