
लोकायुक्त पुलिस ने एक सरपंच पति को 95 हजार रु. की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। इंदौर में शुक्रवार को लोकायुक्त पुलिस ने रंगेहाथ धरा। तालाब गहरीकरण की मिट्टी खेत में ले जाने के एवज में सरपंच पति ने एक लाख रु. की रिश्वत की मांग की थी। खास बात यह कि आरोपी जब अपनी सरपंच पत्नी को इलाज के लिए अस्पताल लाया था तभी उसने अस्पताल में रिश्वत की राशि ली। लोकायुक्त की टीम ने सरपंच पति के खिलाफ भ्रष्टाचारण निवारण एक्ट के तहत कार्रवाई की है।
क्यों मांगे थे पैसे
आरोपी राहुल रावत की पत्नी ग्राम पंचायत व्यासखेड़ी (सांवेर) सरपंच है। स्कीम नंबर 78 में रहने वाले संजय तिवारी ने व्यासखेड़ी के तालाब गहरीकरण के बाद निकली मिट्टी खेत में ले जाने के लिए राहुल से बात की थी। इस पर राहुल ने पहले सरकारी अनुमति लेने को कहा। इसके बाद कहा कि बिना अनुमति से ही काम हो जाएगा लेकिन एक लाख रु. लगेंगे। इस पर तिवारी ने इसकी शिकायत लोकायुक्त को की और फिर लोकायुक्त टीम ने आरोपी को पकड़ने के लिए योजना बनाई।
अस्पताल के बाहर ही पकड़ा
शुक्रवार दोपहर लोकायुक्त टीम की तैयारी के बाद राहुल ने संजय तिवारी को कनाड़िया रोड स्थित सेवाकुंज अस्पताल के बाहर बुलाया। राहुल ने कहा कि मैं अपनी सरपंच पत्नी के इलाज के लिए अस्पताल आया हूं और हम लोग बाहर ही मिल लेते हैं। दोपहर को तिवारी 95 हजार रु. लेकर अस्पताल के बाहर मेन रोड पर पहुंचे। राहुल यहां पर पहले से ही खड़ा था। राहुल ने जैसे ही संजय से रुपए लिए तो वहां सक्रिय डीएसपी अनिरुद्ध वालिया, आरडी मिश्रा व इंस्पेक्टर विक्रम की टीम ने उसे रंगेहाथों पकड़ लिया।