
केंद्र सरकार ने बृहस्पतिवार को पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन पर सात दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया है। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी है। उनके मुताबिक डॉ. मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा। सूत्रों ने बताया कि शुक्रवार को होने वाले सभी सरकारी कार्यक्रमों को रद्द कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि शुक्रवार को केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक होगी, जिसमें पूर्व प्रधानमंत्री को श्रद्धांजलि अर्पित की जाएगी। भारत के आर्थिक सुधारों के जनक मनमोहन सिंह का 92 साल की उम्र में बृहस्पतिवार रात निधन हो गया। वह 2004-14 के दौरान भारत के प्रधानमंत्री थे।
राष्ट्रीय शोक और सरकारी प्रोटोकॉल
पूर्व प्रधानमंत्री के निधन पर भारत सरकार आमतौर पर सात दिनों के राष्ट्रीय शोक की घोषणा करती है।
डॉ. मनमोहन सिंह: एक संजीदा व्यक्तित्व और उनकी अमिट विरासत
डॉ. मनमोहन सिंह का योगदान भारतीय राजनीति और प्रशासन में अद्वितीय है। 1991 में वित्त मंत्री के रूप में उनके द्वारा लागू किए गए आर्थिक सुधारों ने भारत को आर्थिक संकट से उबारा और उदारीकरण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बढ़ाए। प्रधानमंत्री के रूप में उनके 10 साल के कार्यकाल में शिक्षा, स्वास्थ्य और ग्रामीण विकास के क्षेत्र में कई ऐतिहासिक योजनाएं लागू की गईं।
उनके निधन पर देश और विदेश के कई नेताओं ने शोक व्यक्त किया है। डॉ. मनमोहन सिंह का निधन देश के लिए अपूरणीय क्षति है। वे एक ऐसे नेता थे, जिन्होंने अपनी बुद्धिमत्ता, नम्रता और दूरदर्शी नीतियों से न केवल देश को प्रगति की ओर अग्रसर किया, बल्कि वैश्विक मंच पर भी भारत को एक नई पहचान दिलाई। मनमोहन सिंह के निधन पर PM मोदी ने जताया शोक, बोले- उन्होंने आर्थिक नीति पर एक मजबूत छाप छोड़ी।
पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह का गुरुवार को निधन हो गया। उनके निधन से कांग्रेस समेत पूरे देश में शोक की लहर है। कांग्रेस पार्टी ने आज के अपने पूरे कार्यक्रम को रद्द कर दिया है। खरगे समेत कई नेता दिल्ली पहुंच रहे हैं। बता दें, गुरुवार को अचानक उनकी तबीयत बिगड़ गई थी जिसके बाद उन्हें दिल्ली एम्स के आपातकाल विभाग में भर्ती कराया गया जहां उन्होंने अंतिम सांस ली।
वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी पूर्व पीएम डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर कहा, डॉ. मनमोहन सिंह जी और मैं उस समय नियमित रूप से बातचीत करते थे जब वे प्रधानमंत्री थे और मैं गुजरात का मुख्यमंत्री था। हम शासन से संबंधित विभिन्न विषयों पर गहन विचार-विमर्श करते थे। उनकी बुद्धिमत्ता और विनम्रता हमेशा देखने को मिलती थी। दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं डॉ. मनमोहन सिंह जी के परिवार, उनके मित्रों और असंख्य प्रशंसकों के साथ हैं। ओम शांति।