मध्य प्रदेश

बरगी डैम के 7 गेट खुले, कई जिले में भारी बारिश का अलर्ट

प्रदेश में तेज बारिश से नदी नाले उफान पर

स्ट्रांग सिस्टम के चलते पिछले 10 दिन से मध्यप्रदेश में बारिश का दौर जारी है। लगातार हो रही बारिश से प्रदेश के नदी,नाले उफान पर हैं। लगातार बारिश के चलते उज्जैन में शिप्रा नदी के तट पर मंदिर डूब गए हैं। जलस्तर बढ़ने से बरगी डैम के सात गेट खोले गए हैं। वहीं विदिशा में संजय सागर बांध के 2 गेट खोले गए हैं। बैतूल के सतपुड़ा डैम के 5 और पारसडोह डैम के 2 गेट से पानी छोड़ा जा रहा है। इधर राजधानी भोपाल की कलियासोत के डेम के गेट कभी भी खोले जा सकते हैं। सोमवार को भोपाल में हल्की बारिश हुई इस वजह से अभी तक गेट नहीं खोले गए जैसे ही तेज बारिश होगी गेट खोलना पड़ सकता है।

खरगोन में हुई सबसे ज्यादा 3.4 इंच हुई बारिश 
मध्य प्रदेश मौसम विभाग में सोमवार के दिन भर के बारिश का आंकड़ा जारी किया है जिसके अनुसार प्रदेश में सबसे ज्यादा खरगोन में बारिश हुई है। सोमवार को सुबह 8.30 से शाम 5.30 बजे तक खरगोन में सबसे ज्यादा 83 मिमी यानी, 3.4 इंच पानी गिर गया। वहीं, खंडवा में 2 इंच और रतलाम में आधा इंच से ज्यादा पानी गिरा। बैतूल, धार, नर्मदापुरम, इंदौर, उज्जैन, छिंदवाड़ा, मंडला, नरसिंहपुर, सागर, शाजापुर में हल्की बारिश हुई।

मौसम विभाग का भारी बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग ने खंडवा के ओंकारेश्वर, नरसिंहपुर, दक्षिणी बैतूल, खरगोन के महेश्वर और बड़वानी के बावनगजा में अगले कुछ घंटों में आकाशीय बिजली चमकने के साथ भारी बारिश का अनुमान जताया है। इसके अलावा मऊगंज, मंदसौर, धार के मांडू, हरदा, आगर-मालवा, राजगढ़ में मध्यम गरज के साथ बारिश होने की संभावना है। रीवा, बुरहानपुर, नर्मदापुरम के पचमढ़ी, उमरिया, शहडोल, छतरपुर के खजुराहो, पन्ना, इंदौर, अलीराजपुर, झाबुआ, सागर में हल्की गरज के साथ बारिश हो सकती है।

जाने अभी तक कहां कितना हुई बारिश
मध्य प्रदेश मौसम विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार अभी तक प्रदेश के पश्चिमी हिस्से- भोपाल, इंदौर, उज्जैन, नर्मदापुरम, ग्वालियर-चंबल संभाग में एवरेज से 10 फीसदी ज्यादा पानी गिर चुका है, जबकि पूर्वी हिस्से रीवा, सागर, जबलपुर और शहडोल संभाग में 4 प्रतिशत ज्यादा बारिश हुई है। पूर्वी हिस्से के जबलपुर संभाग के जिले- सिवनी, डिंडौरी, छिंदवाड़ा, मंडला और बालाघाट में सबसे ज्यादा बारिश हुई है। बारिश के मामले में भोपाल संभाग भी आगे है।

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