भारत में बांग्लादेशियों-रोहिंग्याओं की घुसपैठ मामले में बड़ी सफलता
एनआईए ने मुख्य आरोपी को गिरफ्तार किया

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने भारत में बांग्लादेशी नागरिकों और रोहिंग्याओं की मानव तस्करी में शामिल एक आरोपी को गिरफ्तार किया। बताया गया है कि उत्तर-पूर्वी सीमाओं के माध्यम से इस तस्करी को अंजाम दिया जाता था। एजेंसी ने बताया कि इस मामले में त्रिपुरा से जलील मियां नाम के आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। इससे पहले एनआईए ने जलील की सूचना देने वाले को एक लाख रुपये का नकद इनाम देने की घोषणा की थी। एनआईए जांच में इन बातों का खुलासा
एनआईए ने बताया कि भारत-बांग्लादेश सीमा पर स्थित कुछ क्षेत्रों से हर महीने बड़ी संख्या में बांग्लादेशी नागरिकों और रोहिंग्याओं की भारत में घुसपैठ कराई जा रही है। घुसपैठ कराने के बाद उन्हें देश के अलग अलग क्षेत्रों में ले जाया जाता है। इसके बाद उन्हें फर्जी दस्तावेज मुहैया कराकर मजदूरी के लिए मजबूर किया जाता है। जांच एजेंसी ने एक बयान में कहा है कि बांग्लादेशी नागरिकों और रोहिंग्याओं की मानव तस्करी के मामले में प्रमुख साजिशकर्ता को जलील मियां गिरफ्तार किया गया है।
मानव तस्करी का मुख्य साजिकर्ता है जलील मियां- एनआईए
एनआईए ने मानव तस्करी के मामले में इससे पहले 33 लोगों को गिरफ्तार किया गया था। जांच में पता चला है कि जलील मियां इस मानव तस्करी रैकेट के मुख्य साजिशकर्ताओं में से एक था। इसके अलावा वह इस मामले के मुख्य आरोपी जिबन रुद्र पाल का करीबी था।