
नई दिल्ली, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि लोकसभा चुनाव के दौरान राहुल गांधी और अरविंद केजरीवाल को आखिर पाकिस्तान से समर्थन क्यों मिल रहा है? इसकी जांच होनी चाहिए। साथ ही कहा कि यह लोकसभा चुनाव भारत का है और हमारा लोकतंत्र बहुत ही परिपक्व है। भारत के मतदाता बाहर की किसी भी हरकतों या ताकतों से कतई प्रभावित होने वाले नहीं हैं। समाचार एजेंसी आइएएनएस को दिए साक्षात्कार में प्रधानमंत्री ने देश, राजनीति, भ्रष्टाचार सहित तमाम मुद्दों पर अपनी बात रखी।मोदी ने कहा-‘ मैं नहीं जानता हूं कि क्यों कुछ ही लोग हैं जिनको हमारे साथ दुश्मनी रखने वाले लोग पसंद करते हैं, कुछ ही लोग हैं जिनके समर्थन में सीमा पार से आवाज उठती है। यह बहुत बड़ी जांच-पड़ताल का गंभीर विषय है।’ साथ ही कहा कि मुझे नहीं लगता है कि जिस पद पर मैं बैठा हूं, वहां से ऐसे विषयों पर कोई कमेंट करना चाहिए। मोदी ने कहा हमारे देश में जो नैरेटिव गढ़ने वाले लोग हैं, उन्होंने देश का बहुत नुकसान किया। मेरी प्राथमिकता है कि आत्मनिर्भर भारत के तहत देश के टैलेंट को अवसर मिले।
भारत जैसे देश के पास मैनपाॅवर है…स्किल्ड मैनपाॅवर है’
उन्होंने आगे कहा कि पहले चीजें बाहर से आती थीं तो वे कहते थे कि देखिए देश को बेच रहे हैं, सब बाहर से लाते हैं। आज जब सब देश में बन रहा है तो अब कहते हैं कि ग्लोबलाइजेशन का जमाना है और आप लोग अपने ही देश की ही बातें करते हैं। मैं समझ नहीं पाता हूं कि देश को इस प्रकार से गुमराह करने वाले इन तत्वों से देश को कैसे बचाया जाए? उन्होंने कहा कि जब मोदी वोकल फाॅर लोकल की बात करते हैं तो उन्हें लगता है कि ये ग्लोबलाइजेशन के खिलाफ है। उन्होंने कहा-‘भारत जैसे देश के पास मैनपाॅवर है, स्किल्ड मैनपाॅवर है।’
‘अब मैं ऐसी गलती नहीं कर सकता…’
पीएम ने आगे कहा कि अब मैं ऐसी गलती नहीं कर सकता कि गेहूं निर्यात करूं और ब्रेड आयात। मैं चाहूंगा मेरे देश में ही गेहूं का आटा निकले और उससे ब्रेड बने। मेरे देश के लोगों को रोजगार मिले। आत्मनिर्भर भारत मिशन के पीछे मेरी पहली प्राथमिकता है कि मेरे देश की प्रतिभा को अवसर मिले। मेरे देश का धन बाहर न जाए। मेरे देश में जो प्राकृतिक संसाधन हैं, उनका पूरा प्रयोग हो। मेरे देश के अंदर किसान जो काम करता है, उसका जो उत्पाद है, उसका वैल्यू एडिशन हो, वो ग्लोबल मार्केट पर अपनी पकड़ बनाए।’
‘मैं उनकी सफलता को तीन आधारों से देखूंगा’
उन्होंने कहा कि इसलिए मैंने विदेश विभाग को भी कहा है कि मैं उनकी सफलता को तीन आधारों से देखूंगा। एक भारत से कितना सामान आप जिस देश में हैं, वहां पर खरीदा जाता है, दूसरा उस देश में सर्वश्रेष्ठ तकनीक कौन सी है जो अभी तक भारत में नहीं है और वह कैसे हमारे देश आ सकती है और तीसरा उस देश से कितने टूरिस्ट आप भारत भेजते हैं। मोदी ने कहा कि हम देश सबसे पहले की नीति पर काम करते हैं। जो कहते थे कि सोनिया को जेल में बंद कर दो, अब वही चिल्लाते हैं।
पीएम ने अरविंद केजरीवाल पर साधा निशाना
पीएम ने नाम लिए बिना दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा। कहा- पहले जो लोग कहते थे कि सोनिया गांधी को जेल में बंद कर दो, फलाने को जेल में बंद कर दो और अब वही लोग चिल्लाते हैं। उन्होंने कहा कि हमने भ्रष्टाचार के खिलाफ मुहिम तेज की है। भारत के लोग भ्रष्टाचार से तंग आ चुके हैं। दीमक की तरह भ्रष्टाचार ने देश की सारी व्यवस्थाओं को खोखला किया है। हमने इस पर रोक लगाई है। देश में पहले आवाज उठती थी कि भ्रष्टाचार तो हुआ लेकिन किसी छोटे आदमी को सूली पर चढ़ा दिया गया। मीडिया में भी चर्चा होती थी कि बड़े-बड़े मगरमच्छ तो छूट जाते हैं। हमने इस पर लगाम लगाई। जांच एजेंसिया स्वतंत्र रूप से काम कर रही हैं। हमारी नीति जीरो टालरेंस की है। भ्रष्टाचारी बचेगा नहीं, भले ही वह कितने ऊंचे पद पर क्यों न हो।
पीएम मोदी ने यह भी कहा
- हम कामकाज और नीतियों में पारदर्शिता लाए हैं। हम तकनीक का इस्तेमाल कर रहे हैं। हमने डायरेक्ट बेनेफिट ट्रांसफर स्कीम के तहत 38 लाख करोड़ रुपये लाभान्वितों के खाते में ट्रांसफर किए।
- जब सिस्टम ईमानदारी से काम करने लगा, तो भ्रष्टाचारी चिल्लाने लगे। किसको जेल में रखना है किसको बाहर, किसके ऊपर ऊपर केस ठीक है या किस पर नहीं, ये न्यायालय तय करता है, उसमें मोदी या सरकार का कोई हस्तक्षेप नहीं है।
- भारत विविधताओं से भरा हुआ है और कोई देश एक पिलर पर बड़ा नहीं हो सकता है। मैंने एक मिशन लिया। हर जिले के एक प्रोडक्ट पर बल दिया। हर जिले के पास अपनी अलग ताकत है। मैं चाहता हूं कि इसको हम लोगों के सामने लाएं।
- हमने जी-20 की बैठकें भारत के अलग-अलग हिस्सों में की ताकि दुनिया को पता चले कि दिल्ली ही भारत नहीं। विदेशी ताजमहल देखें। देशभर में अलग-अलग चीजों को जानें। इस बार हमने जी-20 का उपयोग विश्व के अंदर भारत की पहचान बनाने के लिए किया। इसकी कामयाबी ने दुनिया में भारत का डंका बजाया है। इससे देश के टूरिज्म को बढ़ावा मिला।
- मैंने बालीवुड कलाकारों के साथ बैठकें कीं। विचारधारा अलग-अलग होने के बाद भी हमारी अच्छी मुलाकात हुई। मेरा मकसद था उनकी समस्याओं को समझना और दूर करना। हम सिनेमा के साफ्ट पावर का फायदा उठाना चाहते हैं जो भारत को ग्लोबल पावर के रूप में स्थापित करेगी। अगर अमारी तेलुगु फिल्में दुनिया में पापुलर हो सकती हैं तमिल भी। हमें तो हर चीज में ग्लोबल मार्केट देखना है।