मध्य प्रदेश

रेप के दौरान चेहरा छुपाकर रखते थे शातिर आरोपी

एक लड़की की समझदारी से खुला सीधी कांड का भेद

सीधीः मध्य प्रदेश के सीधी जिले में आरोपियों ने 7 आदिवासी छात्राओं से रेप किया। छात्राओं की उम्र 17-20 साल के बीच में बताई जा रही है। मामला उजागर होने के बाद से सनसनी फैली गई। आरोपी वाइस चेंज करने वाली ऐप की मदद से छात्राओं से उनकी महिला टीचर बनकर बात करते थे। इसके बाद अज्ञात जगह बुलाकर उनसे रेप करते थे। आरोपी ने इतने शातिर तरीके से वारदात को अंजाम दिया कि पीड़ित लड़कियों ने उनका चेहरा तक नहीं देखा। लेकिन एक पीड़िता ने चेहरा देखा और पुलिस आरोपियों तक पहुंच गई।

किन लड़कियों को करते थे टारगेट

पुलिस जांच में मुख्य आरोपी ब्रजेश राजपूत ने बताया कि वह उन्हीं लड़कियों को टारगेट करते थे जो आदिवासी समाज की थीं। इसके साथ ही स्कॉलरशिप के लिए पात्र होती थीं। इन लड़कियों को फंसाने के लिए आरोपी अपनी आवाज बदलकर स्कॉलरशिप वाली मैडम बनकर बात करते। फिर उनको स्कॉलरशिप फॉर्म में कुछ दिक्कत है यह बताते और एकांत वाली जगह पर मिलने के लिए बुलाते।

छीन लेते थे लड़कियों के मोबाइल

पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि आरोपी वारदात को अंजाम देने के बाद लड़कियों से उनका फोन छीन लेते थे। जिससे पीड़िता किसी को मदद के लिए बुला नहीं पाएं। पुलिस ने जब आरोपियों को पकड़ा तो उनके पास से 16 फोन बरामद हुए है। पुलिस के पास केवल 4 लड़कियां ही केस दर्ज करने पहुंचीं थी जिसके बाद मामले की जांच शुरू की गई। सीधी के एसपी ने बताया कि एक लड़की अपनी छोटी बहन को लेकर आरोपी से मिलने गई थी। तब ब्रजेश ने उन दोनों का रेप किया था। बाकी 6 लड़कियां कॉलेज स्टूडेंट है।

इस तरह खुला गंदे खेल का राज

एक पीड़िता के हिम्मत दिखाने के बाद काफी समय से चला आ रहा यह सनसनीखेज मामला पुलिस के सामने आया। 20 मई को एक पीड़ित लड़की ने मझौली पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई है। उसने बताया कि 20 अप्रैल को उसके पास अर्चना मैडम का फोन आया। जिसमें कहा गया कि आपकी स्कॉलरशिप अटक गई है क्योंकि आपने गलत साइन किए हैं। आरोपी ने उसे उसी दिन इसे सही कराने के लिए मिलने आने पर जोर दिया।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button