मध्य प्रदेश

शांति एवं सद्भभावना बौद्ध संस्कृति की पहचान -बौद्धधर्म गुरु भंते शाक्यपुत्र सागर थेरो

आज दिनांक 22 मई 20234 दिन- बुद्धवार को बुद्धभूमि महाविहार मोनेस्ट्री, चुनाभट्टी भोपाल में दी बुद्धभूमि धम्मदूत संघ के द्वारा तथागत भगवान बुद्ध की त्रिगुण पावन जन्म, बुद्धत्व और महापरिनिर्वाण, वैशाख बुद्ध पूर्णिमा महाउत्सव, दिनांक 22 मई को “2568वीं पवित्र बुद्ध जयंती समारोह-2024″ के बुद्ध पूर्णिमा महाउत्सव के पूर्व संध्या पर विश्व शांति एवं कल्याण लिए के सर्वधर्म के धर्मगुरु ओर बौद्ध अनुयाई के द्वारा शेकड़ों दीप प्रज्ज्वलित कर सामुहिक मंगल मैत्री वंदना का आयोजन किया गया .जिसमे भोपाल शहर के सम्मानित ईसाई धर्मगुरु आर्च बिशफ फादर दुरईराज, मुस्लिम बोहरा समाज से शेख मुर्तुजा अली, हाजी मोहमद हारून ,अध्यक्ष, जमीयत उलमा, शिख धर्म से गुरुचरण अरोरा ,हिन्दू धर्म से स्वामी अनिलंद महाराज ,पंडित महेंद्र शर्मा ,जैन धर्म से राजेंद्र कोटरी,प्रो मनोज जैन, भंते राहुलपुत्र, कैथोलिक पीआरो फादर एल्फ्रेड डिसुजा , शैली जी ,इमरान हारून, ब्रह्मकुमारी हेमा बहन, डॉ दिलीप नागल,ओर सभी ने सबका मंगल हो सबका कल्याण हो, सभी प्राणी सुखी हो की मंगल कामना के साथ सामुहिक मंगल मैत्री वंदना लेकर बुद्ध जयंती की मंगलकांमनाए प्रदान कि।
—सभी धर्म के धर्मगुरु ओर समाज के वरिष्ट सेवीओ को साधुवाद देते हुए बौद्धधर्म गुरु भंते शाक्यपुत्र सागर थेरो कहा की शांति एवं सद्भभावना बौद्ध संस्कृति की पहचान रही हैं। भगवान बुद्ध ने विश्व में शांति, सद्भभावना, मैत्री एवं मानवता का संदेश दिया. बौद्ध धर्म शैक्षिक मानव जीव के सामाजिक, सांस्कृतिक, धार्मिक, आर्थिक एवं राजनैतिक क्षेत्रों में लोक कल्याण की शिक्षा देता है उन्होंने मानव लोक कल्याण की भावना को जन्म दिया और शान्ति का उपदेश देकर सबसे पहले पंचशील तत्वों के विषय में अवगत कराया ओर लोगों को समता समानता ,करुणा -प्यार के साथ रहना सिखाया। बौद्ध धर्म सुखमय जीवन बिताने का मार्ग प्रशस्त करता है और इसलिए यह भारत की ही देन है जो बौद्ध धर्म ने शांति और सद्भावना की स्थापना की पहल की ओर विश्व के अनेकों देशों ने भगवान बुद्ध के धर्म को अपनाकार अपने देश का राष्ट्र धर्म माना और बौद्ध धर्म का अनुसरण कर लोग अपने आप को धन्य समझते हैं।
वैशाख बुद्ध पूर्णिमा के पूर्व संध्या पर सभी सर्वधर्म के धर्माचार्य ओर बौद्ध अनुयाई के द्वारा विश्व शांति एवं कल्याण के लिए सामुहिक मंगल मैत्री वंदना
कार्यक्रम में पूज्य भंते राहुलपुत्र, भंते सुमेध पुत्र, किशन सूर्यवंशी, अध्यक्ष, नगर निगम भोपाल, संजय गजभिए, संदीप वाकोड़े, धनंजय जंभुलकर, सुखदेव वाकोड़े, सुनीता सेजवाल सुशीला गजभिए, साधना भारती, रेखा मेश्राम ,प्रेमलता सिरोलिया और सैकड़ों की तादाद में लोग उपस्थित थे.

—कल दिनांक 23 मई 2024 दिन-गुरुवार, वैशाख बुद्ध पूर्णिमा महोत्सव
भगवान बुद्ध के त्रिगुण पावन जन्म, बुद्धत्व और महापरिनिर्वाण
2567वीं पावन पवित्र बुद्ध जयंती समारोह-2024
प्रात:काल-: 06:00 बजे से- सामूहिक आनापान सती ध्यान साधना
प्रात:. 7 बजे बजे वृक्ष पूजा एवं बुद्ध वंदना, 08 :00 बजे से – उपासक/उपासिकों को पवित्र अष्टशील व्रत अनुष्ठान, भिक्षु संघ की विशेष धम्मदेशना
प्रात:काल-9 :00 बजे विश्व शांति के लिए समर्पित भगवान बुद्ध की 25फीट प्रतिमा पर बुद्ध वंदना
प्रात:काल -10:30 बजे वैशाख बुद्ध पूर्णिमा महोत्सव पर चर्चा
दोपहर 12 बजे- धम्म देशना।
—सायंकाल कार्यक्रम -: 06:00 बजे –
त्रिशरण पंचशील प्रदान ओर भिक्षु संघ द्वारा महापरित्राण पाठ
सायंकाल-: 08:00 बजे – भगवान बुद्ध के जीवन पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रम
सायंकाल-: 08 :10 बजे – वैशाख बुद्ध पूर्णिमा के पावन अवसर पर विशेष शुभकामनाए और उद्बोधन
एवं मंगलकांनाए के लिए विशिष्ट गणमान्य अथितिओ के द्वारा
भिक्षु संघ का आशीर्वाद तथा महापरित्राण पाठ का जल, रक्षासूत्र एवं खीर वितरण एवं रात्री -10:00 बजे से भिक्षु संघ के सनिध्य मे अनुयायियों का सामूहिक ध्यान साधना

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