2. कन्याओं को आरती संपन्न कराने की जिम्मेदारी
यूपी में चल रहा महाकुंभ आस्था के साथ नारी सशक्तीकरण का भी अनूठा उदाहरण बना है। यहां इस बार संगम के किनारे आरती के लिए लड़कियों को भी मौका दिया गया है। उन पर आरती संपन्न कराने की जिम्मेदारी दी गई है। सात लड़कियां त्रिवेणी संगम पर हर दिन गंगा आरती का नेतृत्व करती हैं। इसके लिए उन्हें प्रशिक्षण भी दिया गया है। वे सुरक्षित तरीके से समारोह के आवश्यक मंत्रों और अनुष्ठानों को सीखी हैं। आरती के दौरान यह कन्याएं डमरू बजाकर पूजा में करा रही हैं।मध्य प्रदेश से महाकुंभ में पहुंचे बवंडर बाबा खूब वायरल हैं। वह दिव्यांग होने के कारण तीन पहिये वाली मोटरसाइकिल से चलते हैं। वह हिंदू देवी-देवताओं की मूर्ति और तस्वीरों के अनादर को लेकर लोगों को जागरुक करते हैं।