हिंडनबर्ग रिसर्च (Hindenburg Research) ने अडानी समूह (Adani Group) पर एक नया आरोप लगाते हुए दावा किया है कि स्विट्जरलैंड के अधिकारियों ने अडानी समूह के लगभग 31 करोड़ डॉलर (करीब 2,600 करोड़ रुपए) को स्विस बैंकों में फ्रीज कर दिया है। यह कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग और जालसाजी के मामलों की जांच के तहत की गई है। हिंडनबर्ग ने बताया कि स्विस क्रिमिनल कोर्ट के रिकॉर्ड के अनुसार, अडानी के एक सहयोगी ने बीवीआई, मॉरीशस और बरमूडा के फंडों में निवेश किया, जो मुख्य रूप से अडानी के शेयरों पर केंद्रित थे।
अडानी समूह ने आरोपों को किया खारिज
हालांकि, अडानी समूह ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि उनका किसी भी स्विस कोर्ट की कार्यवाही से कोई संबंध नहीं है और न ही किसी प्राधिकरण द्वारा उनके खाते फ्रीज किए गए हैं।
अडानी ग्रुप के प्रवक्ता ने इन आरोपों को ‘निराधार’ बताते हुए कहा कि समूह की होल्डिंग संरचना पूरी तरह से पारदर्शी और सभी कानूनी और नियामक आवश्यकताओं के अनुरूप है। उन्होंने इस आरोप को अडानी की प्रतिष्ठा और बाजार मूल्य को नुकसान पहुंचाने का एक सुनियोजित प्रयास करार दिया।
हिंडनबर्ग रिसर्च के आरोपों ने पहले भी अडानी समूह के शेयरों पर नकारात्मक प्रभाव डाला था। 2023 की शुरुआत में हिंडनबर्ग के आरोपों के बाद अडानी समूह के शेयरों में भारी गिरावट आई थी, जिसके चलते समूह की कंपनियों और गौतम अडानी की संपत्ति में भी बड़ी कमी आई थी। हालांकि, समूह ने धीरे-धीरे इस स्थिति से उबरने में कामयाबी पाई।