आकाशवाणी भोपाल के तत्वावधान में ६७वाँ आकाशवाणी संगीत सम्मेलन
२०२५ के अंतर्गत एक भव्य संगीतमय संध्या का आयोजन शनिवार, १५ नवम्बर २०२५ को सायं ६:३० बजे से समन्वय भवन, न्यू मार्केट, भोपाल में किया जा रहा है। इस अवसर पर देश के दो प्रतिष्ठित कलाकार अपनी प्रस्तुतियाँ देंगे — वायलिन वादक पंडित संतोष नाहर, जो आकाशवाणी और दूरदर्शन के टॉप ग्रेड कलाकार हैं, तथा सुप्रसिद्ध ग़ज़ल गायिका डॉ. दीपाली वात्तल, जो आकाशवाणी और दूरदर्शन की ए ग्रेड कलाकार हैं।
पंडित संतोष नाहर अंतरराष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त वायलिन वादक हैं, जो सेनिया घराने से संबंध रखते हैं। उन्होंने महान संगीतज्ञ उस्ताद विलायत ख़ाँ से दीर्घकालीन प्रशिक्षण प्राप्त किया और वायलिन पर गायकी अंग की ऐसी विशिष्ट शैली विकसित की जिसमें ध्रुपद और ख़याल की परंपराओं का अद्भुत समन्वय देखने को मिलता है। पंडित नाहर ने देश-विदेश के प्रमुख संगीत समारोहों में अपनी प्रस्तुतियाँ देकर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध किया है। उन्हें अनेक प्रतिष्ठित राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है। वे एक आदरणीय गुरु के रूप में नई पीढ़ी के संगीत साधकों को प्रेरित कर रहे हैं और हिंदुस्तानी शास्त्रीय वायलिन के प्रचार-प्रसार में निरंतर योगदान दे रहे हैं।
डॉ. दीपाली वात्तल एक सुप्रसिद्ध ग़ज़ल गायिका हैं, जो अपनी भावपूर्ण गायकी, काव्यात्मक अभिव्यक्ति और विभिन्न भाषाओं में निपुणता के लिए जानी जाती हैं। वे जम्मू एवं कश्मीर की बहु-पुरस्कृत कलाकार हैं और पिछले पच्चीस वर्षों से आकाशवाणी तथा दूरदर्शन से जुड़ी हुई हैं। उन्होंने दो हजार से अधिक गीत रिकॉर्ड किए हैं जिनमें कश्मीरी, डोगरी, पहाड़ी, हिंदी और उर्दू भाषाएँ शामिल हैं। डॉ. वत्तल को वर्ष २०२४ में अयोध्या में आयोजित राम मंदिर उद्घाटन समारोह के अवसर पर माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा सम्मानित किया गया था। उन्हें जम्मू एवं कश्मीर सरकार द्वारा राज्य पुरस्कार से भी अलंकृत किया जा चुका है, जो राज्यपाल और मुख्यमंत्री द्वारा प्रदान किया गया था। उन्होंने जर्मनी, ब्रिटेन, अमेरिका, सिंगापुर, मस्कट, अफ्रीका और दुबई जैसे देशों में भारत का प्रतिनिधित्व किया है और अपनी संगीत अकादमी के माध्यम से विश्वभर के विद्यार्थियों को भारतीय संगीत की शिक्षा प्रदान कर रही हैं।
आकाशवाणी भोपाल के कार्यक्रम प्रमुख श्री राजेश भट ने बताया कि आकाशवाणी संगीत सम्मेलन देश के चौबीस आकाशवाणी केन्द्रों द्वारा नवंबर माह के सप्ताहांतों में आयोजित किया जा रहा है, जिनमें भोपाल केन्द्र भी प्रमुख रूप से शामिल है। यह वार्षिक आयोजन भारतीय शास्त्रीय, सुगम तथा लोक संगीत की विविध परम्पराओं के संरक्षण और संवर्धन का एक राष्ट्रीय पर्व है। भोपाल में आयोजित इस कार्यक्रम में सभी संगत कलाकार भोपाल के ही होंगे। इस कार्यक्रम में प्रवेश निशुल्क है. कार्यक्रम ठीक ६.३० बजे आरम्भ होगा.
इन प्रस्तुतियों का प्रसारण आकाशवाणी से राष्ट्रीय स्तर पर जनवरी और फरवरी २०२६ में आकाशवाणी के विभिन्न केन्द्रों से किया जाएगा। साथ ही दूरदर्शन भोपाल द्वारा भी इन कार्यक्रमों का प्रसारण किया जाएगा।


