73 वां महाबोधि महोत्सव सांची मेला में विदेशी मेहमान के पधारने का सिलसिला जारी सांची मेला 29 और 30 दो दिवस का रहेगा
30 नवंबर को पूज्य अर्हंत भन्ते सारीपुत्र एवं महामोग्गल्यान जी की पवित्र अस्थि धातू के साथ दोपहर मुख्य स्तूप की परिक्रमा लगाई जायेगी


73 वां महाबोधि महोत्सव सांची मेले दिनांक 29 एवं 30 नवंबर को सांची मे आयोजित होने जा रहा है, जिसमे शिरकत करने हेतु विदेशी मेहमान का सांची मे दिनांक 23 नवंबर से निरंतर आगमन हो रहा है. अभीतक श्रीलंका, सिंगापुर, म्यांमार, वियतनाम, थाईलैंड तथा आज दिनांक 27 नवंबर को जापान से पूज्य भत्तें जी के साथ 15 अतिथि शताब्दि से रानी कमलापति रेल्वे स्टेशन पर पंहुचे, जिनका दि बुध्दिस्ट सोसाइटी आफ इंडिया जिला शाखा भोपाल व्दारा आत्मीय स्वागत किया गया. इसके पश्चात सांची के लिये रवाना हो गये.
मेले मे दि बुध्दिस्ट सोसाइटी आफ इंडिया, बुध्दिस्ट जनकल्याण समिति, बुध्दिस्ट मैरेज ब्यूरो, भविप्र, अनुसूचित जाति/जनजाति कर्मचारी कल्याण समिति संघ, राजाभोज विमानतल भोपाल आदि संगठनो व्दारा निशुल्क भोजन के स्टाल लगवाए जायेगे. इसके अलावा विभिन्न बौध्द संघटनो व्दारा चाय, पानी, खीर, फल और आदि सामग्री का निशुल्क वितरण किया जायेगा. मेले देश के विभिन्न राज्यो से लगभग 350 भन्ते जी तथा लगभग 25-40 विदेशी पूज्य भन्ते जी भी पहूचेगे. 30 नवंबर को मेले में भोपाल से लगभग दस हजार से अधिक की संख्या मे तथा देश के विभिन्न प्रान्तो से लगभग 4 से 5 हजार बौध्द अनुयाइयों के मेले मे पहुचने की संभावना है.
मेले के प्रथम दिन पंचशील सांस्कृतिक मंच, करुणा बुद्ध विहार भोपाल व्दारा नृत्य प्रस्तुत किया जायेगा. इसके अलावा श्रीलंकाई कलाकारो के लोकनृत्य एव गायन की प्रस्तुतियां होगी, साथही भगवान बुध्द के जीवन पर आधारित नृत्य नाटिका प्रस्तुत की जायेगी.
अशोक पाटिल
जिला महासचिव



