79वाँ गौरवशाली इन्फैंट्री डे


भारतीय सेना ने 79वाँ इन्फैंट्री डे (शौर्य दिवस) बड़े गर्व और सम्मान के साथ मनाया, ताकि उन इन्फैंट्रीमैन के अदम्य साहस, वीरता और बलिदान को नमन किया जा सके, जिन्होंने स्वतंत्रता के बाद से ही राष्ट्र की संप्रभुता और अखंडता की रक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
यह दिवस भारतीय सैन्य इतिहास में विशेष महत्व रखता है — 27 अक्टूबर 1947 को, सिख रेजिमेंट की पहली बटालियन को हवाई मार्ग से श्रीनगर पहुँचाया गया था ताकि जम्मू-कश्मीर को दुश्मन के हमले से बचाया जा सके। यह स्वतंत्रता के बाद भारतीय सेना का पहला सैन्य अभियान था। यही ऐतिहासिक घटना इन्फैंट्री डे के वार्षिक उत्सव की आधारशिला बनी।
इन्फैंट्री, जो भारतीय सेना की सबसे बड़ी लड़ाकू शाखा है, राष्ट्र की सीमाओं की रक्षा, आतंकवाद एवं विद्रोह विरोधी अभियानों और आंतरिक सुरक्षा के कार्यों में सबसे कठिन परिस्थितियों में भी अपना सर्वोच्च योगदान देती रही है।
इस अवसर पर, शहीद स्मारक, द्रोणांचल, भोपाल में एक श्रद्धांजलि समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें राष्ट्र की सेवा में सर्वोच्च बलिदान देने वाले सभी इन्फैंट्रीमैन को श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
इस गौरवपूर्ण अवसर पर लेफ्टिनेंट जनरल अरविंद चौहान, जनरल ऑफिसर कमांडिंग, सुदर्शन चक्र कोर ने सभी रैंक, पूर्व सैनिकों और इन्फैंट्री परिवारों को हार्दिक शुभकामनाएँ और मंगलकामनाएँ दीं।
