9 साल से प्रतिदिन 1000 से अधिक लोग चख रहे लंगर
साकेत नगर गुरुद्वारा में लंगर 2016 में शुरू किया तब से लगातार दिन में दो बार हजारों लोगों की सेवा लंगर के माध्यम से कर रहे
भोपाल 26 मई मेरे मन में एक दिन ख्याल आया जीवन में सभी चीजों का अनुभव लिया, स्वयं के लिए कमाया भी और खर्च भी किया। पारिवारिक जिम्मेदारियों का निर्वहन किया। लगा कि समाज और गरीबों के लिए कुछ करना चाहिए। अपने खर्च में कटौती की और साकेत नगर गुरुद्वारा में लंगर 2016 में शुरू किया तब से लगातार दिन में दो बार दोपहर ओर शाम हजारों लोगों की सेवा लंगर के माध्यम से कर रहे हैं। यह कहना है गुरुद्वारा साकेत नगर के प्रबंधक हरदीप सिंह सैनी का।
सैनी ने कहा कि जरूरतमंद लोगों को गुरुद्वारा में सुबह चाय, दोपहर ओर शाम को लंगर के माध्यम से भोजन कराकर असीम संतुष्टि मिलती है।
कोरोना काल में लाखों को चखाया लंगर
कोरोना महामारी के दौरान देश प्रदेश ही नहीं पूरे विश्व में हाहाकार मचा हुआ था। लाकडाउन में सभी प्रकार की व्यावसायिक गतिविधियां बंद हो गई थीं, लोग बेरोजगार हो गए थे ऐसे में साकेत नगर गुरुद्वारा में प्रतिदिन लाखों लोगों के लिए लंगर बनता था। लोग गुरुद्वारा में लंगर चखते थे, साथ ही प्रतिदिन शहर के विभिन्न हिस्सों में लाखों पैकेट भोजन वितरित किए गए थे।
एम्स के मरीजों और परिजनों का सहारा
साकेत नगर एम्स अस्पताल और आस पास के अस्पताल के मरीजों और उनके परिजनों के लिए गुरुद्वारा सहारा बना हुआ है। हजारों की संख्या में मरीजों के परिजन लंगर के माध्यम से प्रसादी ग्रहण कर रहे हैं।