एलएनसीटी यूनिवर्सिटी के सभागार में 2एवं 3 अगस्त को कलचुरी महासभा का 90वां स्थापना दिवस

भोपाल। अखिल भारतवर्षीय हैहय कलचुरी महासभा का 90वां स्थापना दिवस समारोह आगामी 2 एवं 3 अगस्त 2025 को राजधानी भोपाल स्थित एलएनसीटी विश्वविद्यालय परिसर (कोलार रोड) के भव्य सभागार में उत्साह एवं गौरव के साथ आयोजित किया जाएगा। इस ऐतिहासिक अवसर की तैयारियों को अंतिम रूप देने के लिए आयोजन समिति की एक महत्वपूर्ण बैठक जेके अस्पताल परिसर के एसएमई सभागार में संपन्न हुई। बैठक में विभिन्न दायित्वों का वितरण करते हुए कार्यक्रम की रूपरेखा तय की गई। महासभा के राष्ट्रीय महासचिव एडवोकेट एम.एल. राय ने बताया कि 2 अगस्त को दोपहर 3 बजे राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक तथा 3 अगस्त को प्रातः 10 बजे से स्थापना दिवस समारोह एवं खुला मंच कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा। इस भव्य आयोजन में देशभर से कलचुरी समाज के प्रतिष्ठित समाजसेवी, बुद्धिजीवी, प्रतिनिधि एवं राष्ट्रीय पदाधिकारी भाग लेंगे। समारोह की अध्यक्षता राष्ट्रीय अध्यक्ष जय नारायण चौकसे करेंगे। इस अवसर पर राष्ट्रीय सलाहकार शंकरलाल राय, महासचिव एडवोकेट एम.एल. राय, प्रदेश अध्यक्ष पंकज चौकसे, संगठन महासचिव ओपी चौकसे, कार्यालय महासचिव वीरेंद्र ‘पप्पू’ राय, प्रचार महासचिव हरिराम राय समेत अनेक वरिष्ठ पदाधिकारी मंच पर उपस्थित रहेंगे।
‘कलचुरी’ उपनाम को लेकर होगी महत्वपूर्ण चर्चा
समारोह में एक विशेष विमर्श जातिगत जनगणना में ‘कलचुरी’ शब्द को जाति नाम से पूर्व जोड़ने की रणनीति पर केंद्रित रहेगा। राष्ट्रीय अध्यक्ष जय नारायण चौकसे ने कहा कि कलार, कलाल, कलवार आदि उपसमाजों की पहचान अलग-अलग उपनामों से हो रही है, जिससे समाज की वास्तविक संख्या का आंकलन सही ढंग से नहीं हो पाता। अतः ‘कलचुरी’ उपनाम जोड़ने से समाज की एकरूपता और राष्ट्रीय स्तर पर पहचान सशक्त होगी। यह प्रस्ताव सभी सदस्यों के समक्ष विचारार्थ रखा जाएगा। उन्होंने यह भी घोषणा की कि मध्यप्रदेश के प्राचीन धार्मिक नगर महेश्वर को ‘माहिष्मति कलचुरी धाम’ के रूप में विकसित किया जाएगा तथा वहां भगवान श्री सहस्रबाहु की विश्व की सबसे ऊँची प्रतिमा की स्थापना की जाएगी। उन्होंने समाज के युवाओं से सोशल मीडिया पर कलचुरिधाम के प्रचार-प्रसार की अपील की।