आर्थिक सामाजिक एवं शैक्षणिक दृष्टि से अति पिछडी जातियों को बिहार राज्य के समान अति पिछडी जाति घोषित किया जाये
भोपाल।अनुसूचित जाति जन जाति एवं पिछड़ा वर्ग अल्पसंख्यक संगठन के राष्ट्रीय प्रवक्ता अरुण वर्मा ने बताया कि घोषित पिछड़ा वर्ग मे सामाजिक आर्थिक राजनितिक रूप से कुछ जाति नाई बारी कहार सिंगरहा ढीमर आदि अति पिछड़ी जाति हैं जो कि आर्थिक सामाजिक राजनितिक दृष्टि से अति पिछड़ी जातियाँ है इन जातियों के लोग अति गरीबी कि श्रेणी मे आने कि वजह से शिक्षित नही हो पा रहें है जिसकी वजह से ये अपना जीविका यापन करने के लिए परम्परागत व्यवसाय करते कर रहें हैं या मजदूरी या छोटी – मोटी नौकरी कर अपना जीवन यापन करते हैं राष्ट्रीय प्रवक्ता अरुण वर्मा यह भी बताया कि बिहार राज्य मे इन जातियों को अति पिछड़ा वर्ग की सूची मे घोषित किया गया है परिणाम स्वरूप कुछ हद तक इन जातियों की शिक्षा एवं आर्थिक स्थित मे सुधार हुआ,है
अत: राष्ट्रीय अपाक्स संगठन के राष्ट्रीय प्रवक्ता अरुण वर्मा ने मान्य. प्रधानमंत्री मोदी जी एवं सभी राज्यों के मुख्य मंत्री महोदय से अनुरोध किया है कि घोषित पिछड़ा वर्ग मे शामिल आर्थिक सामाजिक शैक्षणिक दृष्टि से पिछडी एवं कमजोर अति पिछड़ी जातियों को बिहार राज्य के समान अति पिछड़ा जाति घोषित कर अति पिछड़ा वर्ग मे शामिल किया जाये जिससे सामाजिक आर्थिक राजनितिक शैक्षणिक दृष्टि से कमजोर इन जातियों को इसका लाभ मिल सके ।
अरुण वर्मा
राष्ट्रीय प्रवक्ता
राष्ट्रीय अपाक्स संगठन