भगत सिंह गलत के सामने चुप रहना नहीं बल्कि बोलना सिखाते हैं
भोपाल । राजधानी स्थित गांधी भवन में शहीद-ए-आजम भगत सिंह की 117 वी जयंती के उपलक्ष्य में ‘शिक्षा बचाओ-संस्कृति बचाओ’ कन्वेंशन का आयोजन किया गया। यह आयोजन ऑल इंडिया महिला सांस्कृतिक संगठन, ऑल इंडिया डेमोक्रेटिक स्टूडेंट ऑर्गनाइजेशन, ऑल इंडिया डेमोक्रेटिक यूथ आर्गेनाइजेशन द्वारा आयोजित किया गया।
महिलाओं बच्चियों पर लगातार बढ़ रहे अपराध, प्रदेश के 94000 सरकारी स्कूलों को बंद करने के मुद्दे पर आयोजित इस कार्यक्रम में जिले के विभिन्न इलाकों से लोगो ने शिरकत की। शुरुआत में विभिन्न संस्थानों के छात्र-छात्राओं ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी, एक नाटक ‘हम भी बनेंगे भगत सिंह’ का मंचन भी किया गया। कार्यक्रम में बात रखते हुए महिला सांस्कृतिक संगठन की भोपाल जिला सचिव आरती शर्मा ने कहा कि महिलाओं व बच्चियों पर अपराध लगातार बढ़ रहे हैं। प्रदेश की राजधानी भोपाल में एक के बाद एक बच्चियों से बलात्कार की खबरें दिल दहला देती हैं। यह हालात सरकार की कुनीतियों का परिणाम हैं। पूरे प्रदेश में शराब सहित तमाम प्रकार के नशे को को बढ़ावा दिया जा रहा है, पोर्न साइट , पोर्न फिल्में, पॉर्न वीडियो अश्लील साहित्य धड़ल्ले से समाज में प्रसारित किया जा रहा है । छात्र संगठन एआईडीएसओ की भोपाल जिला संयोजिका सोनम शर्मा ने कहा कि सरकारें शिक्षा को बाजारू माल बनाने की पूरी तैयारी कर चुकी है। मध्य प्रदेश के 94000 सरकारी स्कूलों को बंद करने की तैयारी की जा रही है। सरकार कह रही है कि वह अब सिर्फ 10000 सी एम राइज़ स्कूलों को ही संचालित करेगी। परिणाम होगा कि गरीब मध्यमवर्गीय परिवारों के लाखों बच्चे शिक्षा से पूरी तरह वंचित हो जाएंगे। कार्यक्रम को रिटायर्ड बैंक कर्मी व सामाजिक कार्यकर्ता श्री शशि भूषण यादव ने भी संबोधित किया और कहा कि भगत सिंह सिर्फ याद रखने के नहीं बल्कि अपनाने के विषय हैं। उनके जीवन से हम काफी कुछ सीख सकते हैं। कार्यक्रम में बात रखते हुए मुख्य वक्ता एआईडीएसओ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री मुदित भटनागर ने कहा कि शहीद-ए-आजम भगत सिंह के विचार आज वक्त की जरूरत है। सामाजिक, सांस्कृतिक, राजनीतिक समाज में जिस तरह से नैतिक पतन हो रहा है। इंसान शराब नशे में डूबा हुआ लगातार जगन्य अपराधों को अंजाम दे रहा है। छोटी बच्ची से लेकर बुजुर्ग महिलाएं तक कोई भी सुरक्षित नहीं है और ऐसे एक समय में इस समाज को बेहतर बनाने की बजाय सरकार लगातार एक के बाद एक सामाजिक राजनीतिक सांस्कृतिक ढांचे को बर्बाद कर रही है एक तरफ शिक्षा व्यवस्था को बाजार की तरह हवाले करने की कोशिश हो रही है वहीं दूसरी तरफ राशन इलाज हमें तमाम चीजों को आम जनता की पहुंच से दूर किया जा रहा है। बेरोजगारी लगातार बढ़ रही हैं। ऐसे एक हालातो में जब आम इंसान को अपने सामने कोई उपाय नजर नहीं आ रहा है भगत सिंह के विचार उनका मार्गदर्शन कर सकते हैं इसलिए शहीद-ए-आजम भगत सिंह के विचारों को अपनाना आज बहुत जरूरी है। आज के इस कन्वेंशन में हम सभी यह प्रेरणा लें कि हम शहीद ए आजम भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव, नेताजी सुभाष चंद्र बोस, आजाद समेत तमाम क्रांतिकारियों के बारे में पड़े उनके जीवन से सीख लें उनके विचारों को जीवन में आत्मसात करें। कार्यक्रम का संचालन के श्री सलीम ने किया कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोगों ने भागीदारी की।