खबरमध्य प्रदेश

50वां उस्‍ताद अलाउद्दीन खां समारोह 8 से 10 अक्‍टूबर को स्‍टेडियम ग्राउंड, मैहर में, प्रदेश व देश के लब्‍धप्रतिष्ठित कलाकार अर्पित करेंगे स्‍वरांजलि

भोपाल। मध्‍यप्रदेश शासन, संस्‍कृति विभाग द्वारा उस्‍ताद अलाउद्दीन खां संगीत एवं कला अकादमी के संयोजन में जिला प्रशासन – मैहर के सहयोग से दिनांक 8 से 10 अक्‍टूबर, 2024 को स्‍टेडियम ग्राउंड, मैहर में किया जा रहा है। संचालक, संस्‍कृति  एन.पी. नामदेव ने बताया कि उस्‍ताद अलाउद्दीन खां देश ही, बल्कि दुनिया भर के संगीत जगत में प्रख्‍यात थे। उन्‍होंने मध्‍यप्रदेश में संगीत परम्‍परा को बढ़ाने और नई पीढ़ी को संगीत से जोड़ने के लिए अथक प्रयास किए। ऐसे महान संगीतज्ञ के आदर और सम्‍मान में मध्‍यप्रदेश संस्‍कृति विभाग प्रतिवर्ष मैहर में उस्‍ताद अलाउद्दीन खां समारोह आयोजित करता है, जिसका इस वर्ष 50वां वर्ष है।
इस अवसर पर दिनांक 7 अक्‍टूबर को जिला प्रशासन – मैहर द्वारा समन्वित स्‍थानीय कलाकारों की प्रस्‍तुति होगी। समारोह का शुभारम्‍भ 8 अक्‍टूबर को सायं 7:30 बजे माननीय मुख्‍यमंत्री, मध्‍यप्रदेश शासन के मुख्‍य आतिथ्‍य में होगा। कार्यक्रम की अध्‍यक्षता माननीय राज्‍यमंत्री (स्‍वतंत्र प्रभार) संस्‍कृति, पर्यटन, धार्मिक न्‍यास एवं धर्मस्‍व श्री धर्मेन्‍द्र सिंह लोधी करेंगे। सांस्‍कृतिक प्रस्‍तुतियों के अंतर्गत मैहर वाद्य वृन्‍द द्वारा वाद्य वृन्‍द की प्रस्‍तुति दी जावेगी। इसके बाद सुश्री नयनिका घोष एवं साथी, गुरुग्राम द्वारा कथक समूह नृत्‍य की प्रस्‍तुति होगी। अगली प्रस्‍तुति श्री इन्‍द्रायूध मजूमदार, कोलकाता द्वारा सरोद वादन और अंतिम प्रस्‍तुति पं. राजन मिश्रा एवं स्‍वरांश मिश्रा, नई दिल्‍ली द्वारा युगल गायन की होगी।समारोह के दूसरे दिन सायं 4 बजे से सर्वप्रथम विदुषी संचिता भट्टाचार्य, कोलकाता द्वारा ओडिसी समूह नृत्‍य की प्रस्‍तुति दी जावेगी। अगली प्रस्‍तुति  अंशुल प्रताप सिंह, भोपाल द्वारा तबला वादन की होगी। तत्‍पश्‍चात पं. अभय रुस्‍तम सोपोरी, दिल्‍ली द्वारा संतूर वादन और अंतिम प्रस्‍तुति पं. उदय कुमार मलिक, दिल्‍ली की गायन की होगी।
तीसरे एवं अंतिम दिन सायं 4 बजे से सर्वप्रथम मैहर वाद्य वृन्‍द द्वारा वाद्य वृन्‍द की प्रस्‍तुति, इसके बाद विदुषी कस्‍तूरी पटनायक एवं साथी, दिल्‍ली द्वारा ओडिसी समूह नृत्‍य, तत्‍पश्‍चात सुश्री संजुक्‍ता दास, कोलकाता द्वारा गायन की प्रस्‍तुति दी जावेगी। अगले क्रम में पं. शशांक सुब्र‍मणियम, चेन्‍नई द्वारा बांसुरी वादन और अंतिम प्रस्‍तुति सुश्री भद्रा सिन्‍हा एवं साथी, नई दिल्‍ली द्वारा भरतनाट्यम की होगी। कार्यक्रम में प्रवेश नि:शुल्‍क रहेगा।

प्रदर्शनी
इस अवसर पर दो प्रदर्शनियां भी आयोजित की जा रही हैं, जिसके तहत ”देवी” प्रदर्शनी के अंतर्गत 108 नाम रहस्‍यों पर आधारित लघु चित्रों की प्रदर्शनी और ”तंतु” के अंतर्गत तार वाद्यों पर केन्द्रित प्रदर्शनी आयोजित होगा।

 

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