भारत में कैंसर की दर में तेजी से वृद्धि देखी गई है। खासतौर पर मुंह और स्तन कैंसर के मामलों में अधिक इजाफा हुआ है। आईसीएमआर-नेशनल सेंटर फॉर डिजीज इंफॉर्मेटिक्स एंड रिसर्च (ICMR-NCDIR) के अध्ययन के अनुसार, पुरुषों में होंठ और मुंह का कैंसर सबसे अधिक निदान किया जाता है, जबकि महिलाओं में स्तन कैंसर प्रमुखता से सामने आ रहा है। ब्रिक्स देशों (ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका) में कैंसर की स्थिति पर आधारित इस तुलनात्मक अध्ययन में पाया गया कि भारत में पुरुषों में सबसे अधिक होंठ और मुंह के कैंसर के मामले हैं, जबकि स्तन कैंसर महिलाओं में सबसे अधिक पाया जाता है।अध्ययन में यह भी सामने आया कि कैंसर के कारण रूस में सबसे अधिक मौतें होती हैं, जबकि दक्षिण अफ्रीका में मृत्यु दर सबसे अधिक है। ब्रिक्स देशों में कैंसर से होने वाली मौतों के लिए फेफड़ों का कैंसर शीर्ष कारण है, लेकिन भारत में स्तन कैंसर सबसे अधिक मौतों के लिए जिम्मेदार है।विशेष रूप से, भविष्य में भारत और दक्षिण अफ्रीका में कैंसर के नए मामलों और संबंधित मौतों में सबसे अधिक वृद्धि की उम्मीद है। कैंसर महामारी विज्ञान पर आधारित एक अन्य अध्ययन के अनुसार, ब्रिक्स देशों में वैश्विक कैंसर से संबंधित मौतों का 42% हिस्सा है। 2025 तक भारत में कैंसर के मामलों में 12.8% की वृद्धि का अनुमान लगाया गया है।यह अध्ययन बताता है कि ब्रिक्स देशों में बढ़ती जीवन प्रत्याशा के साथ कैंसर के मामलों में वृद्धि हो रही है।
मुंह और स्तन कैंसर के लक्षणों की पहचान जल्दी करने से इलाज में आसानी होती है। यहां दोनों प्रकार के कैंसर के सामान्य लक्षण दिए गए हैं:
मुंह का कैंसर (Oral Cancer) के लक्षण:
मुंह में घाव या छाले: अगर मुंह में कोई घाव या छाला तीन हफ्तों से ज्यादा समय तक ठीक नहीं होता है।
मुंह के अंदर लाल या सफेद धब्बे: मुंह के अंदर गाल, जीभ या मसूड़ों पर लाल या सफेद धब्बे होना।
मुंह में गांठ या सूजन: जीभ, गाल या गले में गांठ महसूस होना या सूजन रहना।
चबाने या निगलने में कठिनाई: भोजन या पानी निगलने में दर्द या कठिनाई होना।
आवाज में बदलाव: आवाज का भारी होना या बदल जाना।
मुंह में दर्द: जीभ या गले में दर्द जो लगातार बना रहता हो।
जबड़े में दर्द या अकड़न: जबड़े में दर्द या अकड़न महसूस करना।
दांत ढीले होना: बिना किसी स्पष्ट कारण के दांत का ढीला होना।
कानों में दर्द: एक कान में लगातार दर्द रहना, हालांकि सुनने की क्षमता सामान्य हो।
स्तन कैंसर (Breast Cancer) के लक्षण:
स्तन में गांठ: स्तन में या बगल में कोई गांठ महसूस होना, जो दर्द रहित या दर्दयुक्त हो सकती है।
स्तन के आकार या आकार में बदलाव: स्तन का आकार या आकार अचानक बदल जाना।
निप्पल से तरल का स्राव: निप्पल से रक्त या अन्य तरल का निकलना।
निप्पल का अंदर की तरफ धंसना: निप्पल का सामान्य स्थिति से उलट हो जाना।
स्तन की त्वचा में बदलाव: त्वचा पर लाली, सूजन, गड्ढे पड़ना (जैसे संतरे की त्वचा), या मोटापन आना।
निप्पल या स्तन के आसपास खुजली या जलन: निप्पल के आसपास खुजली, जलन या दर्द रहना।
स्तन के आकार में असमानता: दोनों स्तनों में असामान्य असमानता महसूस करना।
यदि इनमें से कोई भी लक्षण लंबे समय तक बना रहता है या गंभीर होता है, तो डॉक्टर से तुरंत परामर्श लेना चाहिए, ताकि उचित जांच और इलाज हो सके।