ओटावा: भारत और कनाडा के बीच तनाव बढ़ता ही जा रहा है । कनाडा ने भारत सरकार पर खालिस्तान समर्थक आतंकियों की हत्या करवाने का आरोप लगाया है। इसके साथ ही कनाडा की विदेश मंत्री मेलानी जोली ने उच्चायुक्त सहित छह भारतीय राजनयिकों को निष्कासित करने को लेकर बयान दिया है। कनाडा ने दावा किया है ये सभी लोग कनाडाई नागरिकों की टार्गेट किलिंग में शामिल हैं। उन्होंने कहा कि भारत ने जांच में साथ नहीं दिया। कनाडा के इन आरोपों ने दोनों देशों के बीच संबंधों में और भी खटास पैदा कर दी है।
वॉशिंगटन पोस्ट में इससे जुड़ी एक रिपोर्ट सामने आई है, जिसमें अधिकारियों ने भारत सरकार की संलिप्तता का आरोप लगाया। साथ ही रिपोर्ट में गृह मंत्री अमित शाह का नाम भी जोड़ा गया है। पहले जब यह रिपोर्ट लिखी गई तब गृहमंत्री का नाम नहीं था। इसे बाद में अपडेट किया गया है। कनाडा ने पिछले साल भी भारत पर आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में शामिल होने का आरोप लगाया था। लेकिन इस बार जस्टिन ट्रूडो की सरकार ने हर तरफ से हमले की कोशिश की है। कनाडा की मंत्री, पुलिस और खुद ट्रूडो भारत विरोधी बयान दे रहे हैं।
हत्याओं में शामिल होने का आरोप
WP ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि कनाडाई अधिकारियों के मुताबिक निज्जर की हत्या एक अलग घटना नहीं थी। बल्कि भारत के वरिष्ठ अधिकारियों और देश की खुफिया एजेंसी रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (RAW) की ओर से किए गए एक बड़े प्रयास का हिस्सा थी। एक वरिष्ठ कनाडाई अधिकारी ने कहा, ‘हम जानते हैं कि वे निज्जर किलिंग, अन्य हत्याओं और कनाडा में चल रही वास्तविक हिंसा में शामिल हैं।’ कनाडा के मुताबिक कथित तौर पर भारतीय राजनयिक खालिस्तानी आतंकियों की खुफिया जानकारी निकालते थे, जिसे रॉ की ओर से इस्तेमाल किया जाता थ।
गृह मंत्री अमित शाह का नाम
कनाडाई अधिकारियों का आरोप है कि सूचना लगभग टॉप लेवल से भारत को भेजी जा रही है। उन्होंने दावा किया कि भारतीय राजनयिकों के बीच बातचीत और संदेशों में भारत के एक वरिष्ठ अधिकारी और रॉ के एक अधिकारी का संदर्भ है। इन्होंने ने ही आतंकियों पर हमले की मंजूरी दी थी। WP ने रिपोर्ट में लिखा, ‘कनाडाई अधिकारियों ने भारत में वरिष्ठ अधिकारी की पहचान अमित शाह के रूप में की है, जो मोदी के करीबी सर्कल के सदस्य हैं और गृह मामलों के मंत्री के रूप में कार्य करते हैं।’ कथित तौर पर कनाडाई अधिकारियों ने शनिवार को सिंगापुर में एक सीक्रेट मीटिंग में भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल को शाह और अन्य सबूतों के बारे में डिटेल दी है।