टेक्नोलॉजी के माध्यम से सांस्कृतिक धरोहर का संरक्षण एवं विस्तार आसान है :-प्रो. सी. सी त्रिपाठी

हमारे देश में शिक्षा एवं संस्कृति हमेशा से एक दूसरे के पूरक रहे है:-प्रो. सी. सी त्रिपाठी
एनआईटीटीटीआर और इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मानव संग्रहालय के बीच एमओयू पर हस्ताक्षर
राष्ट्रीय तकनीकी शिक्षक प्रशिक्षण एवं अनुसंधान संस्थान (एनआईटीटीटीआर) भोपाल और इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मानव संग्रहालय भोपाल के बीच एमओयू पर साइन हुए। एनआईटीटीटीआर भोपाल में आयोजित एक महत्वपूर्ण बैठक में दोनों संस्थानों के डायरेक्टर ने हस्ताक्षर किये। इस समझौते का उद्देश्य दोनों संस्थानों के बीच अकादमिक, सांस्कृतिक , एवं भारतीय ज्ञान परम्परा को बढ़ावा देना है, जिससे दोनों संस्थानों के कर्मचारियों, शिक्षकों और विद्यार्थियों को नए अवसर प्राप्त होंगे। इस अवसर पर एनआईटीटीटीआर के निदेशक प्रो. सी. सी त्रिपाठी ने कहा कि हमारे देश में शिक्षा एवं संस्कृति एक दूसरे के पूरक रहे है। आज टेक्नोलॉजी के माध्यम से सांस्कृतिक धरोहर का संरक्षण, विस्तार एवं जन सामान्य तक पहुँचाना आसान हे। संस्थानों की आपसी भागीदारी समाज के हित में होगी। इस समझौते से दोनों संस्थान न केवल शिक्षा और अनुसंधान के क्षेत्र में अपने संसाधनों और विशेषज्ञता को साझा करेंगे, बल्कि कला और संस्कृति के संरक्षण को लेकर भी सक्रिय रूप से काम करेंगे। इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मानव संग्रहालय के निदेशक प्रो. अमिताभ पांडे ने कहा कि इस एमओयू के माध्यम से टेक्नोलॉजी और कल्चर का यह अनूठा प्रयोग नए अवसर प्रदान करेगा। प्राचीन विज्ञान आधुनिक नवाचारों की नींव है। आज हमारी परम्परागत हर प्राचीन व्यवस्था विज्ञान एवं इंजीनियरिंग का अनुपम उदाहरण प्रस्तुत करता हे। हमारी मान्यताओं को प्रमाणित करने का कार्य साइंस एवं इंजीनियरिंग का हे। दोनों संस्थान भविष्य में संयुक्त रूप से कुछ नए शैक्षडिक कार्यक्रम भी करेंगे। इस अवसर पर एनआईटीटीटीआर से डीन प्रो. पी.के पुरोहित, प्रो. आर. के दीक्षित, प्रो.. संजय अग्रवाल, प्रो. आशीष देशपांडे , डॉ. रोली प्रधान,मेजर निशांत ओझा एवं इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मानव संग्रहालय से डॉ सूर्यकुमार पांडेय,श्री हेमंत बी एस परिहार सहित फैकल्टी मेंबर्स,अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।