छात्र संगठन एआईडीएसओ ने शहीदों को समर्पित किया जून माह, महीने भर लिए जाएंगे कार्यक्रम

शहीद अशफ़ाक़ उल्ला खान के 125 वे जयंती वर्ष, शहीद रामप्रसाद बिस्मिल की 128 वी जयंती (11 जून) , शहीद बिरसा मुंडा के 125 वे शहादत दिवस (9 जून) व काकोरी के 100 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में AIDSO भोपाल जिला सांगठनिक समिति की ओर से स्थानीय नीलम पार्क में सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया गया। जिसमें विभिन्न छात्र-युवाओं ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं। साम्प्रदायिक सद्भाव और शहीदों के संघर्ष से जुड़ी इन प्रस्तुतियों को सभी की सराहना मिली। कार्यक्रम में बिस्मिल द्वारा लिखित सरफरोशी की तमन्ना, हम भी आराम उठा सकते थे घर पर रहकर , पाश की कविता हम लड़ेंगे साथी, साहिर के गीत तू हिन्दू बनेगा न मुसलमान बनेगा, आदिवासी योद्धाओं को समर्पित गीत गांव छोड़ब नाही जंगल छोड़ब नाही, साझी शहादत बोल रही है अपनी कहानी, ए मेरे प्यारे वतन आदि गीत प्रस्तुत किये गए। कार्यक्रम के अंत मे AIDSO के पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री मुदित भटनागर ने उपस्थित लोगों को संबोधित किया और आज के समय मे शहीदों के विचारों और उनके जीवन संघर्ष की प्रासंगिकता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि हम शहीदों के विचारों को साथ लेकर शिक्षा-मानवता-समाज बचाने की लड़ाई लड़ रहे हैं। प्रदेश के 94000 सरकारी स्कूलों को बंद किया जाना, स्कूल-कॉलेज की फीस में लगातार वृद्धि, नई शिक्षा नीति 2020 शहीदों की शिक्षाओं के पूरी तरह विपरीत है। इसी लिए आज समाज को इन क्रांतिकारी चरित्रों को सामने रख संघर्ष संगठित करने की जरूरत है। कार्यक्रम में विभिन्न शिक्षण संस्थानों के छात्रों व पार्क में उपस्थित नागरिकों ने हिस्सा लिया।