
लघु जोत वाले किसान और महिला किसानों को प्राथमिकता
मुंबई, 24 जुलाई । नेटाफिम इंडिया, नेटाफिम ऑर्बिया की प्रिसिजन एग्रीकल्चर व्यवसाय की एक सहायक कंपनी है, जो सटीक सिंचाई समाधानों की वैश्विक स्तर पर अग्रणी आपूर्तिकर्ता है। यह कंपनी कृषि में नवाचार, प्रभावशीलता और नेतृत्व के 60 वर्षों का मील का पत्थर पार कर रही है। इस यात्रा में कंपनी ने खाद्य सुरक्षा की नींव मजबूत की, जलवायु परिवर्तन का सामना करने के लिए खेती को सक्षम बनाया और दुनिया भर के किसान समुदायों को सशक्त किया। इस 60 वर्षों की यात्रा के उपलक्ष्य में नेटाफिम इंडिया देशभर के दस राज्यों में एक व्यापक किसान सशक्तिकरण अभियान चलाने जा रही है। इसका उद्देश्य एक लाख से अधिक किसानों तक पहुंच बनाना है, जिसमें लघु जोत वाले, महिला किसान और किसान उत्पादक समूहों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। भारत में अब तक कंपनी 12 लाख किसानों तक पहुंच चुकी है और 13 लाख हेक्टेयर क्षेत्र को स्मार्ट सिंचाई के अंतर्गत लाया गया है। कंपनी की सटीक सिंचाई तकनीक के कारण भारतीय किसानों की उपज में 30 से 40 प्रतिशत तक वृद्धि हुई है और पानी की खपत में 50 प्रतिशत तक की कमी आई है। इससे जलवायु परिवर्तन का सामना करने वाली और जल दक्ष खेती संभव हो पाई है। नेटाफिम इंडिया के प्रबंध निदेशक रणधीर चौहान ने कहा, “दुनियाभर में 60 वर्षों का पड़ाव पार करते हुए हमारा मूल उद्देश्य आज भी वही है – भारतीय किसानों को कम संसाधनों में अधिक प्रगति करने में मदद करना। यह पड़ाव केवल पीछे मुड़कर देखने का नहीं, बल्कि समावेशी, स्मार्ट और जलवायु-अनुकूल खेती का भविष्य गढ़ने की हमारी प्रतिबद्धता की पुनः पुष्टि करने का अवसर है। भारत की सामाजिक, आर्थिक और पर्यावरणीय विविधता की गहरी समझ रखने वाली कंपनी के रूप में हम सरकार के साथ विभिन्न नीतियों और योजनाओं के कार्यान्वयन में भागीदार हैं। इस क्षेत्र की अग्रणी कंपनी के रूप में हमने देशभर के लघु और सीमांत किसानों के लिए उनकी आवश्यकताओं के अनुसार समाधान विकसित किए हैं। हमारी यात्रा किसानों के विश्वास, हमारी साझेदारियों की ताकत और हमारे कर्मचारियों के जोश पर आधारित है – और यही हमारी असली ताकत है।” वर्तमान में भारतभर में नेटाफिम के 1200 से अधिक कर्मचारी कार्यरत हैं और नेटाफिम द्वारा ’60 इयर्स ऑफ लीडरशिप’ यानी 60 वर्षों के नेतृत्व का यह कर्मचारी-केंद्रित अभियान चलाया जाएगा। इसमें ’60 डेज ऑफ इम्पैक्ट’ नामक एक स्वैच्छिक पहल भी शामिल है, जिसमें कर्मचारी सीधे किसानों से संवाद करेंगे। ‘वॉयसेज़ ऑफ नेटाफिम’ नामक श्रृंखला के माध्यम से कर्मचारियों की प्रेरणादायी यात्रा को उजागर किया जाएगा। इसके अलावा, भविष्य के कृषि-कुशल व्यक्तियों को तैयार करने के लिए कौशल विकास कार्यक्रम भी चलाए जाएंगे। देशभर के नेटाफिम इंडिया कार्यालयों, फैक्ट्रियों और फील्ड यूनिट्स में एक साथ मिलकर मनाया जाने वाला यह उत्सव ‘व्हेयर पर्पज कम्स टू लाइफ’ (जहां उद्देश्य साकार होता है) इस मूल्यवचन पर फिर से ध्यान केंद्रित करेगा। पिछले एक वर्ष में नेटाफिम ने कई नवाचारों की शुरुआत की है। इनमें GrowSphere™️ (ग्रोस्फिअर) नामक डिजिटल खेती के लिए ऑपरेटिंग सिस्टम शामिल है, जो दैनिक निर्णय प्रक्रिया में सटीकता लाता है। साथ ही, वेल्डेड आउटलेट वाला दुनिया का पहला हाइब्रिड ड्रिपर भी कंपनी ने पेश किया है, जो सिंचाई दक्षता में उल्लेखनीय सुधार करता है। भारत में कंपनी ने ‘तूफान’ ड्रिपलाइन नामक उच्च दक्षता वाला उत्पाद लॉन्च किया है, जिसे विशेष रूप से लघु और सीमांत किसानों के लिए डिज़ाइन किया गया है। महाराष्ट्र की अंगूर बागवानी, तमिलनाडु की केले की खेती, गुजरात की कपास और उत्तर प्रदेश की गन्ना खेती में Uniram™️, DripNet PC™️, Typhoon™️ और PCJ™️ Drippers जैसी नेटाफिम की तकनीकों का उपयोग किया जा रहा है, जिससे उत्पादन क्षमता बढ़ने के साथ-साथ संसाधनों की बचत भी हो रही है। 1965 में स्थापित नेटाफिम ने 1966 में पहला व्यावसायिक ड्रिपर पेश कर ड्रिप सिंचाई क्रांति की नींव रखी। आज नेटाफिम सिंचाई, फर्टिगेशन, एग्रोनॉमी और डिजिटल खेती के लिए एकीकृत समाधान प्रदान करने वाली अग्रणी वैश्विक कंपनी है। इस कंपनी के माध्यम से आने वाली पीढ़ियों के लिए टिकाऊ खेती की नींव मजबूत हो रही है।