साकेत नगर जैन मंदिर में मनाया गया क्षमावाणी पर्व

क्षमायाचना सरल ह्रदय की निशानी है- पण्डित अरविंद शास्त्री
मंदिर को मिली मुख्य द्वार तथा बाउंड्री बॉल की सौगात
धर्मशाला की लिफ्ट का किया उद्घाटन
श्री 1008 भगवान महावीर दिगम्बर जैन मंदिर साकेत नगर में क्षमावाणी महोत्सव एवं पुरुस्कार वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि के रुप में राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार मध्य प्रदेश शासन श्रीमती कृष्णा गौर, विशिष्ट अतिथि श्री आदित्य जैन जॉइंट कलेक्टर कोलार, पं अरविंद शास्त्री, वार्ड पार्षद सुरेंद्र वाडिका जी, प्रताप सिंह बैस, नीरज जी, सुनील द्विवेदी जी, पंचायत कमेटी के अध्यक्ष मनोज बांगा जी, अजय प्रकाश जैन, प्रतिभा टोंग्या की गरिमामयी उपस्थिति में सामूहिक क्षमावाणी महोत्सव एवं पुरुस्कार वितरण कार्यक्रम का भव्य आयोजन किया गया जिसमें मंदिर समिति के सदस्यों सहित समाजजनों ने उत्साह पूर्वक भाग लिया। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन, मंगलाचरण एवं आचार्य श्री 108 विद्यासागर जी महामुनिराज के चित्र अनावरण से हुआ। निर्जरा जैन एवं प्रभुता जैन द्वारा सुन्दर नृत्य द्वारा मंगलाचरण की प्रस्तुति दी गयी। हेमलता जैन ‘रचना’ ने बताया कि क्षमावाणी के अवसर पर मुख्य अतिथि के रुप में पधारी मंत्री श्रीमती कृष्णा गौर जी क्षमावाणी के पर्व की महत्ता पर बोलते हुए साकेत नगर जैन मंदिर जी के शिलान्यास के वक़्त की मधुर स्मृतियों को ताज़ा करते हुए भावुक हो उठीं। आपने AIIMS के मरीज़ों के परिजनों हेतु बनने वाली धर्मशाला की भूरी-भूरी प्रंशा करते हुए मंदिर में मुख्य गेट तथा बाउण्ड्री बॉल बनवाने की घोषणा भी की साथ ही धर्मशाला की लिफ्ट का उद्घाटन भी किया। पंडित अरविंद जी शास्त्री ने अपने उद्बोधन में क्षमावाणी का मर्म बहुत ही सुंदर व सहज वाणी में सभी के बीच प्रस्तुत करते हुए कहा कि “जहाँ क्षमावाणी का पर्व मन की कलुषता धोने का पर्व है वहीं इसे मैत्री दिवस के रूप में भी मनाया जाता है। क्षमा मांगने से व्यक्ति छोटा नहीं होता बल्कि और बड़ा हो जाता है। झुकता वही है जिसमें जान होती है अर्थात जिसमें रिश्तों को निभाने की चाह और सामर्थ्य होती है वही झुकता है। क्षमायाचना सरल ह्रदय की निशानी है। आत्मा का स्वभाव ही क्षमा है, क्रोध आत्मा का शत्रु है, अतः हमें पेड़-पौधों से लेकर पशु-पक्षी तक समस्त प्राणी मात्र पर दया का भाव रखना चाहिए। हमें क्षमा को आत्मा में धारण करना है, जिससे हमारे चारों तरफ सुख सुख शांति का वातावरण बना रहे। दूसरों के साथ-साथ स्वयं से भी क्षमा मांगनी चाहिए।” उक्त उद्बोधन के बाद साकेत नगर जैन समाज के अध्यक्ष नरेंद्र टोंग्या ने हमेशा की तरह अपने सकारात्मक व ऊर्जावान सम्बोधन से सभी को हर्ष से ओतप्रोत कर दिया। मंदिर जी में संचालित पाठशाला की दोनों शिक्षिकाओं डॉ पारुल जैन तथा डॉ प्रज्ञा जैन को जैन संस्कारों के बीजारोपण तथा धर्म से बच्चों को सहर्ष जोड़े रखने के सफलतम कार्य हेतु श्रीमती कृष्णा गौर सहित सभी अतिथियों, अभिभावकगण, समिति सदस्यों तथा पाठशाला के बच्चों ने मिलकर सम्मानित किया।
क्षमापना के इस मंगल अवसर पर अध्यक्ष नरेंद्र टोंग्या, कोषाध्यक्ष महेंद्र जैन, सचिव ताराचंद जैन एवं कमेटी के सदस्यों द्वारा अतिथियों का स्वागत-सत्कार तथा समाज के प्रतिभावान छात्र-छात्राओं एवं दस दिनों तक आयोजित साँस्कृतिक कार्यक्रमों में बेहतरीन प्रस्तुतियां देने वाले विजेताओं को पुरूस्कार वितरण कर उनका उत्साहवर्धन किया। वहीं दसलक्षण पर्व के दौरान उपवास करने वाले साधकों के पारणा कार्यक्रम के पश्चात् उनका सम्मान किया गया साथ ही समाज में विशिष्ट सामाजिक योगदान हेतु सदस्यों को भी प्रशंसा-पत्र एवं उपहार देकर सम्मानित किया गया। सांस्कृतिक कार्यक्रमों के दौरान आयोजित लाडू सजाओ प्रतियोगिता में श्रीमती बड़कुल ने प्रथम, नूतन जैन ने द्वितीय, वैशाली भागवतकर ने तृतीय एवं सपना पंचोलिया ने सांत्वना पुरस्कार तथा तोरण सजाओ में प्रथम स्थान नेहा जैन अलकापुरी व द्वितीय स्थान पूनम जैन ने प्राप्त किया। इस शुभ अवसर पर वॉर्ड 54 के पार्षद एवं एम्आईसी सदस्य जितेंद्र शुक्ला, साकेत मंडल युवा मोर्चा के अध्यक्ष शुभम गुप्ता, युवा शक्ति, शक्ति/साकेत नगर, अलकापुरी के समाजजनों सहित अन्य मंदिर कमेटी के पदाधिकारीगणों सहित अनेक विशिष्ट जन मौजूद थे। पर्युषण पर्व के दौरान अपनी ओजमयी वाणी तथा ज्ञानपूर्ण प्रवचनों से सबका मन मोहित कर देने में सिद्धहस्त पण्डित अरविंद जी शास्त्री को ससम्मान भावभीनी विदाई दी गयी वहीं समाजजनों ने परस्पर एक-दूसरे से क्षमायाचना कर, गिले-शिकवे दूर कर क्षमावाणी को सार्थकता प्रदान की एवं सामूहिक भोज का आनंद लिया। अध्यक्षीय भाषण नरेन्द्र टोंग्या तथा आभार प्रदर्शन पी. सी.जैन ने किया। मंच संचालन डॉ पारुल जैन तथा डॉ नेहल शाह ने किया। संगीत डॉ महेन्द्र जैन ने दिया। भोजन शाला में शरद जैन, नीलेश जैन, राकेश जैन ने सहयोग प्रदान किया। क्षमावाणी के पावन अवसर पर अपोलो सेज हॉस्पिटल एवं ASG आई हॉस्पिटल की तरफ से मंदिर जी प्रांगण में निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया जिसमें आंखों के चैकअप के साथ-साथ शुगर, ब्लड प्रेशर, वाइटल चैकअप तथा डॉक्टर कंसल्टेंसी की सुविधायें निःशुल्क उपलब्ध थीं। इस शिविर में लगभग 150 सदस्यों ने इस सुविधा का लाभ उठाया।