किला अंदर विदिशा ब्रह्माकुमारी केंद्र में कौशल्या दीदी द्वारा राज योगिनी ब्रह्माकुमारी भोपाल जोन प्रभारी अवधेश दीदी की श्रद्धांजलि सभा हुई आयोजित

किला अंदर विदिशा प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय केंद्र में राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी अवधेश दीदी जो कि उत्तर प्रदेश एवं मध्य प्रदेश के 300 केदो को संभाल रही थी जोकि भोपाल जोन की डायरेक्टर भी थी। उनको केंद्र मैं उपस्थित सभी भाई बहनों के द्वारा श्रद्धांजलि अर्पित की गई। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी अखिल भारतीय स्वर्णकार महासभा एवं डिस्ट्रिक्ट सह मल्टीमीडिया प्रभारी लायन अरुण कुमार सोनी ने माल्यार्पण एवं पुष्प अर्पण कर बी के अवधेश दीदी को श्रद्धांजलि देते हुए बताया कि उनके द्वारा शरीर का त्याग करना ब्रह्माकुमारी परिवार की ही क्षति नहीं है, बल्कि पूरे देश एवं पूरे विश्व की क्षति है। आपने कहा कि जब भी कोई पुण्य आत्मा इस संसार से जाती है तो उसका नुकसान पूरे विश्व को होता है, क्योंकि उनके सद्गुणों की तरंगे अप्रत्यक्ष रूप से सभी को प्रभावित करती है। कार्यक्रम की विशेष अतिथि ज्योति शाह दीदी ने इस अवसर पर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए उनके द्वारा समाज को दिए गए योगदान एवं उनकी प्रतिभा से लोगों को अवगत कराते हुए शब्द सुमन से ही श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर बासौदा केंद्र से पधारे राजकुमार भाई जी द्वारा भी श्रद्धांजलि के साथी अपने विचार व्यक्त किए गए। उपस्थित अन्य गाना मान्य लोगों ने भी अपने-अपने विचार प्रकट किए। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रही ब्रह्माकुमारी कौशल्या दीदी ने अपने विचार रखते हुए कहा कि दीदी का जन्म 16 अगस्त 1950 में उप्र में आगरा के शमसाबाद में हुआ।राजयोगिनी अवधेश दीदी में बचपन से ही भक्तिभाव के संस्कार थे। आपकी बचपन से ही समाजसेवा और देशप्रेम में रुचि रही। अध्यात्म के प्रति अटूट लगन के चलते उन्होंने अपना संपूर्ण जीवन समाज कल्याण, समाजसेवा और विश्व कल्याण के कार्य में अर्पित कर दिया। आपने मप्र और उप्र के विभिन्न जिलों में 300 से अधिक सेवाकेंद्रों की स्थापना की। जिसमें 500 से ज्यादा बेटियों ने अपना जीवन समर्पित किया।एक लाख से ज्यादा लोग आपके अनुयाई बने। राजयोगिनी अवधेश दीदी ने प्रदेशभर में महिला सशक्तिकरण से लेकर नशामुक्ति, जल संरक्षण, पर्यावरण संरक्षण और किसानों के लिए कार्य किया है। साथ ही प्रशासनिक सेवा क्षेत्र से जुड़े लोगों के लिए अनेक तनाव प्रबंधन कार्यशालाएं आयोजित की गईं।
कार्यक्रम का सफल संचालन एवं आभार व्यक्त बी के डॉक्टर जीवन लाल मालवीय द्वारा श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए किया गया। कार्यक्रम का समापन ब्रह्मा भोजन के साथ हुआ।