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युवा उत्सव के अंतर्गत आयोजित विभिन्न रचनात्मक विधाएं छात्राओं के शारीरिक, मानसिक एवं बौद्धिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं- डॉ. दीप्ति श्रीवास्तव

सरोजिनी नायडू शासकीय कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय में तीन दिवसीय युवा उत्सव कार्यक्रम के अंतर्गत अंतिम दिवस १६ अक्टूबर को एकल गायन, समूह गायन,परकुशन संगीत नान-परकुशन संगीत, कोलाज एकल नृत्य एवं समूह नृत्य आदि प्रतियोगिताओं का आयोजन किया

भोपाल। सरोजिनी नायडू शासकीय कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय में तीन दिवसीय युवा उत्सव कार्यक्रम के अंतर्गत अंतिम दिवस १६ अक्टूबर को एकल गायन, समूह गायन,परकुशन संगीत नान-परकुशन संगीत, कोलाज एकल नृत्य एवं समूह नृत्य आदि प्रतियोगिताओं का आयोजन किया। जिसने कॉलेज परिसर को विभिन्न रंगों से मानो रंग दिया हो।
कार्यक्रम का शुभारंभ महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. दीप्ति श्रीवास्तव द्वारा दीप प्रज्वलन के माध्यम से किया गया। इस अवसर पर उन्होंने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि युवा उत्सव के अंतर्गत आयोजित विभिन्न रचनात्मक विधाएं छात्राओं के शारीरिक, मानसिक एवं बौद्धिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। उन्होंने छात्राओं से इन प्रतियोगिताओं में उत्साहपूर्वक भाग लेने का आग्रह किया।
युवा उत्सव प्रभारी डॉ. संजना शर्मा ने कहा कि संगीत का संबंध हमारी आत्मा से है एवं हृदय हृदय में व्याप्त है
गायन एवं वादन प्रतियोगिता की श्रृंखला के अंतर्गत परिणाम इस प्रकार रहा
एकल गायन (शास्त्रीय)
प्रथम – कुमारी तनु हरौडे
द्वितीय – कुमारी सुहानी सिंह
एकल गायन(सुगम)
प्रथम- कुमारी विशाखा लोधी
द्वितीय – तनु हरौडे
तृतीय -वत्सला तिवारी
एकलगायन(पाश्चात्य)
प्रथम -कुमारी विशाखा लोधी
समूह गायन (हिंदुस्तानी) । प्रथम -तनु हरौडे एवं समूह
एकल वादन ( percussion )
प्रथम- कुमारी भूमि सिंह
एकल वादन( नॉन percussion)
प्रथम- कुमारी कशिश सुमन
द्वितीय -वर्षा अहिरवार
निर्णायक मंडल में डॉ इंदिरा जावेद , डॉ लक्ष्मी अग्निहोत्री एवं डॉ ऋचा पाठक रही ।
कार्यक्रम का आभार संगीत प्रतियोगिता संयोजक डॉ नीना श्रीवास्तव ने किया। कार्यक्रम में समिति सदस्य डॉ पूनम खरे,डॉ भावना रमैया,डॉ निशि शर्मा ,डॉ ममता चव्हाण ,डॉ चांदनी जायसवाल,डॉ मनोरमा पाटीदार रही।
कोलाज मेकिंग प्रतियोगिता का विषय था “भारतीय ज्ञान परंपरा पर आधारित श्रृंगार”
कोलाज मेकिंग प्रतियोगिता तृतीय दिवस की प्रथम प्रतियोगिता थी जिसका शुभारंभ समिति के सदस्यों द्वारा विषय की घोषणा के साथ हुआ ,इसमे महाविद्यालय की छात्राओं ने अधिक संख्या में भाग लिया।
श्रृंगार,भारतीय ज्ञान परंपरा में सौंदर्य, भावना और आत्मिक आनंद का प्रतीक है। इसमें विद्यार्थियों ने दिए गए विषय के अनुरूप अपनी कल्पना से विभिन्न प्रकार के श्रृंगारों को कैनवस चित्रपटल पर मूर्त रूप में प्रस्तुत किये! प्रतियोगिता में प्रथम स्थान चंचल चंदोरिया, (बी. ऐ. थर्ड ईयर) द्वितीय स्थान अनुश्री सौरते (एम ए थर्ड सेम) ,तृतीय स्थान अनामिका मोर्य (एम ए थर्ड सेम) ने प्राप्त किया
प्रतियोगिताओं के निर्णायक मंडल में डॉ संतोष रलावनिया , डॉ. राजेश गढ़वाल एवम् श्री धर्मेंद्र मेवाड़ा निर्णायक की भूमिका में रहे । अंतर कक्षा महाविद्यालयीन स्तर एकल एवं समूह नृत्य प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। एकल नृत्य में छात्रा कशिश पटेल और और समूह नृत्य जो की मालवा अंचल का मटकी नृत्य था जिसमें छात्राओं ने सर पर मटकी रखकर अत्यंत मंत्र मुक्त करने वाला नृत्य किया सभी श्रोताओं ने तालियां बजाकर कार्यक्रम भरपूर स्वागत किया। समूह नृत्य विजेता टीम में कशिश पटेल, नीलम रैकवार, शालिनी कुशवाह, अदिति दुबे,माही गोंड, निशा सेन, रानी चौहान और विधि मालवीय रहे।
कार्यक्रम का संचालन एकल समूह नृत्य समीति के संयोजक डॉ. इंदिरा जावेद द्वारा किया गया व समीति के सदस्य डॉ. रंजना उपाध्याय, डॉ. अर्चना सोनी डॉ. वैशाली भूमस्कर डॉ. ऋवा पाठक द्वारा सहभागिता दी गई। इस प्रतियोगिता के निर्णायक डॉ. अर्चना गौर डॉ. राजू वर्मा व डॉ. जीना श्रीवास्तव रहे।

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