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त्रिनिदाद में भी गूंजेगा ‘जय श्री राम’! राजधानी में बनेगा भव्य राम मंदिर, सरकार ने कहा- हम पूरा साथ देंगे

 त्रिनिदाद और टोबैगो राजधानी में राम मंदिर बनाने की योजना पर काम कर रहा है. सरकार धार्मिक पर्यटन, संस्कृति और रामायण परंपरा को मजबूत करने के लिए तैयार है.

कैरेबियन का एक छोटा-सा देश, समुद्र के बीच बसा हुआ. लेकिन वहां गूंजती है “सिय राममय सब जग जानी…”. बात हो रही है त्रिनिदाद और टोबैगो की. यहां हिंदू आबादी अच्छी-खासी है और भगवान राम के प्रति आस्था पीढ़ियों से चली आ रही है. इसी आस्था को और मजबूत करने के लिए देश की राजधानी में राम मंदिर बनाने की तैयारी हो रही है. त्रिनिदाद के जन सुविधा मंत्री बैरी पदारथ ने धार्मिक नेताओं के साथ बैठक में यह घोषणा की है कि सरकार इस मंदिर की योजना को पूरा समर्थन देगी. उन्होंने कहा कि  राम लला की पहल का हम स्वागत करते हैं और हम इसका समर्थन करते हैं. उन्होंने ये भी बताया कि दुनिया में जहां-जहां हिंदू संस्कृति बची है, उनमें त्रिनिदाद और टोबैगो की पहचान एक ‘रामायण देश’ के रूप में होती है.

पर्यटन और संस्कृति- दोनों को मिलेगा फायदा

सरकार इस राम मंदिर को सिर्फ पूजा की जगह नहीं, बल्कि एक पर्यटन और सांस्कृतिक केंद्र के रूप में भी देख रही है. यहां होगा पूजा-पाठ, शिक्षा और सांस्कृतिक कार्यक्रम, हिंदू परंपराओं का संरक्षण और धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देना. सरकार का मानना है कि इससे देश की पहचान और मजबूत होगी और दुनिया भर के श्रद्धालु यहां आएंगे.

अयोध्या नगरी’ का भी खास प्रस्ताव

न्यूयॉर्क की संस्था ओवरसीज फ्रेंड्स ऑफ राम मंदिर के संस्थापक प्रेम भंडारी ने एक और दिलचस्प प्रस्ताव दिया है कि यहां एक छोटी ‘अयोध्या नगरी’ बनाई जाए. खास तौर पर उन लोगों के लिए जो भारत की अयोध्या नहीं जा पाते. यह प्रस्ताव उन्होंने त्रिनिदाद की प्रधानमंत्री कमला प्रसाद-बिसेसर के सामने रखा है.अभी हाल के महीनें मई 2025 में  त्रिनिदाद-टोबैगो में अयोध्या के राम मंदिर की रामलला प्रतिमा की प्रतिकृति का अनावरण हुआ था. जब वह प्रतिमा पोर्ट ऑफ स्पेन पहुंची तो 10,000 से ज्यादा भक्तों ने उसका स्वागत किया था. यह बताता है कि यहां भगवान राम लोगों के दिलों में कितने गहरे बसे हुए हैं.इसी साल जुलाई में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी त्रिनिदाद-टोबैगो की यात्रा पर गए थे. यह उनकी इस देश की पहली आधिकारिक यात्रा थी और 1999 के बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री की वहां पहली द्विपक्षीय यात्रा भी. इसी दौरान प्रधानमंत्री मोदी को देश का सबसे बड़ा नागरिक सम्मान भी मिला था, ऑर्डर ऑफ द रिपब्लिक ऑफ त्रिनिदाद एंड टोबैगो. प्रधानमंत्री कमला प्रसाद-बिसेसर ने यह सम्मान देते हुए मोदी को वैश्विक नेतृत्व, भारतीय प्रवासियों से जुड़े रिश्ते और कोविड-19 के समय मदद के लिए धन्यवाद दिया.सम्मान मिलने पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मैं इसे 140 करोड़ भारतीयों की ओर से स्वीकार करता हूं. मंत्री बैरी पदारथ ने कहा कि अगले कुछ महीनों में राम मंदिर और हिंदू धार्मिक जीवन से जुड़े और बड़े ऐलान होंगे. सरकार का लक्ष्य साफ है कि त्रिनिदाद-टोबैगो को हिंदू धर्म का मजबूत केंद्र बनाना, धार्मिक पर्यटन बढ़ाना  और भगवान राम की शिक्षा को दुनिया तक फैलाना.

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