अमेरिका से भारत का कच्चा तेल आयात 2022 के बाद सबसे अधिक, मदुरै से दुबई जा रही फ्लाइट में दिक्कत
कमर्शियल वाहनों पर जीएसटी 28 प्रतिशत से घटाकर 18 प्रतिशत किए जाने से फ्लीट ऑपरेटर्स की लागत में कमी आएगी। हालांकि इसके बावजूद नए वाहनों की खरीद अभी काफी कम रहने की संभावना है। क्रिसिल रेटिंग्स की रिपोर्ट में यह दावा किया गया है। एजेंसी के अनुसार, घरेलू फ्लीट ऑपरेटर्स की आय इस वित्त वर्ष में आठ से दस प्रतिशत बढ़ सकती है। बढ़ती घरेलू मांग और आयात से जुड़े माल ढुलाई कार्य से इस वृद्धि को समर्थन मिलेगा। क्रिसिल ने कहा कि ज्यादा राजस्व और स्थिर मुनाफे से ऑपरेटर्स की नकदी स्थिति सुधरेगी, जिससे उनकी अतिरिक्त वर्किंग कैपिटल जरूरतें आंशिक रूप से पूरी हो जाएंगी। बाहरी शॉर्ट-टर्म कर्ज पर निर्भरता भी कम रहेगी और नए वाहनों की खरीद मुख्य रूप से लंबी अवधि के कर्ज के जरिए होगी। एजेंसी का अनुमान है कि बढ़ी हुई फ्लीट यूनिटाइजेशन से ऑपरेटिंग मार्जिन 8% से 8.5% के बीच स्थिर रहेंगे।

