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इंडियन स्टील मार्केट्स कॉन्फ्रेंस, मुंबई

प्रेस मीट को संबोधित करेंगे एमजंक्शन के एमडी श्री विनया वर्मा ~ ~ एमजंक्शन ने किया प्राइम स्टील सेगमेंट में प्रवेश ~

17 नवंबर 2025: फरवरी 2026 में एमजंक्शन अपने संचालन के 25 वर्ष पूरे करेगा। शुरुआत से अब तक, एमजंक्शन ने लगभग 5 करोड़ (50 मिलियन) मीट्रिक टन दोषपूर्ण, सेकेंडरी और नॉन-प्राइम स्टील उत्पादों की बिक्री में मदद की है। केवल वित्त वर्ष 2024-25 में ही, कंपनी ने भारत, यूके और मध्य पूर्व से लगभग 40 लाख (4 मिलियन) मीट्रिक टन लोहा और स्टील उत्पादों की बिक्री की।
एमजंक्शन के प्रबंध निदेशक श्री विनया वर्मा ने आज यहां बताया कि एमजंक्शन अब NSL के लिए प्राइम स्टील की ई-बुकिंग सेवा भी प्रदान कर रहा है, जिसके तहत खरीदार अपनी पसंद की मात्रा “पहले आओ, पहले पाओ” के आधार पर बुक कर सकते हैं।
उन्होंने आगे बताया कि कुल मिलाकर एमजंक्शन का स्टील व्यवसाय लगभग 5,000 एमएसएमई (सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों) को लाभ पहुंचा रहा है।
इस चुनौती का समाधान करने के लिए, प्रतिस्पर्धी बोली प्रक्रिया पर आधारित एक रीयल-टाइम, पारदर्शी नीलामी प्लेटफॉर्म अत्यंत आवश्यक है, जो खनिजों के वास्तविक बाज़ार मूल्य का निर्धारण करने में मदद करता है। इस तरह की प्रणाली विक्रय मूल्य की सटीक खोज सुनिश्चित करती है, जिससे रॉयल्टी का उचित भुगतान होता है — जिसका लाभ सरकार और खननकर्ताओं, दोनों को मिलता है।
ऑनलाइन नीलामी प्लेटफॉर्म को लौह अयस्क (Iron Ore) के मूल्य निर्धारण के लिए सबसे पारदर्शी और प्रभावी तरीकों में से एक माना जाता है। एमजंक्शन ने वर्ष 2004 में लौह अयस्क की ऑनलाइन नीलामी शुरू की थी और तब से यह कंपनियों को उनके उत्पादों के लिए सर्वोत्तम मूल्य प्राप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
अब तक, एमजंक्शन केवल ओडिशा से लौह अयस्क की बिक्री कर रहा था और वित्त वर्ष 2024-25 में लगभग 7.55 लाख मीट्रिक टन तथा वित्त वर्ष 2025-26 की पहली छमाही में 7.75 लाख मीट्रिक टन लौह अयस्क की बिक्री में सहयोग किया है। श्री वर्मा ने जानकारी दी, “हम अब झारखंड स्थित खदानों से भी लौह अयस्क की बिक्री शुरू करने की योजना बना रहे हैं।”
स्क्रैप की खरीद
चुनौतियाँ: भारत का घरेलू स्क्रैप बाजार अत्यंत विविध, बिखरा हुआ और काफी हद तक अव्यवस्थित (अनऑर्गनाइज़्ड) है। स्क्रैप की विषम प्रकृति को देखते हुए, गुणवत्ता नियंत्रण के समान मानक लागू करना एक व्यावहारिक चुनौती बना हुआ है। बाजार की अनौपचारिक संरचना के कारण कर (टैक्स) और नियामक मानकों का पालन न करने का जोखिम भी बना रहता है।
परिवहन के दौरान चोरी या क्षति (पिल्फरेज) की घटनाएं खरीद प्रक्रिया को और अधिक अक्षम बनाती हैं। इसके अलावा, कीमतों में बार-बार उतार-चढ़ाव और आपूर्ति की अस्थिरता खरीदारों को अपनी खरीद योजनाएं या उत्पादन प्रवाह स्थिर रखने में बाधा उत्पन्न करती हैं।
कई छोटे आपूर्तिकर्ता कार्यशील पूंजी (वर्किंग कैपिटल) की कमी से जूझते हैं, जिसके कारण वे नियमित मात्रा में आपूर्ति करने या बड़े ऑर्डर पूरे करने में असमर्थ रहते हैं। परिणामस्वरूप, वांछित गुणवत्ता और मात्रा में स्क्रैप की सोर्सिंग संगठित खरीदारों के लिए आज भी एक जटिल और चुनौतीपूर्ण कार्य बना हुआ है।
संगठित स्क्रैप खरीद में एमजंक्शन की भूमिका
पिछले दो दशकों से अधिक समय से, एमजंक्शन संगठित स्क्रैप व्यापार में एक अग्रणी खिलाड़ी रहा है। कंपनी ने ऑटो ओईएम (Auto OEMs), ईपीसी साइट्स (EPC sites), प्लांट और मशीनरी यूनिट्स (P&M units) तथा विभिन्न औद्योगिक स्रोतों से स्क्रैप की हैंडलिंग की है।
रजिस्टर्ड व्हीकल स्क्रैपिंग फैसिलिटीज़ (RVSFs) से बिक्री को सक्षम करने वाले अग्रणी संस्थानों में से एक के रूप में, एमजंक्शन पिछले छह वर्षों से संगठित खरीदारों के लिए स्क्रैप की सोर्सिंग में सक्रिय रूप से कार्य कर रहा है।
मांग और आपूर्ति के बीच की खाई को पाटने के लिए, एमजंक्शन ने एआई-संचालित डिजिटल प्लेटफॉर्म तैयार किया है, जिसे अनुभवी स्क्रैप खरीद पेशेवरों की टीम का सहयोग प्राप्त है। यह प्लेटफॉर्म खरीदारों को एक संरचित और पारदर्शी बाजार तक पहुंच प्रदान करता है, साथ ही पर्यावरणीय, कानूनी और व्यावसायिक मानकों के पालन को भी सुनिश्चित करता है।
अब तक 120 से अधिक स्थानों पर 250+ जीएसटी-अनुपालक आपूर्तिकर्ताओं को ऑनबोर्ड किया जा चुका है, जिससे नेटवर्क की पहुंच और विश्वसनीयता और अधिक मजबूत हुई है।
यह प्लेटफ़ॉर्म और इसका मोबाइल एप्लिकेशन एआई-आधारित गुणवत्ता आश्वासन (AI-based Quality Assurance), डिस्पैच से लेकर अनलोडिंग तक सप्लाई चेन में रीयल-टाइम विजिबिलिटी, तथा चोरी (पिल्फरेज) को कम करने और डेटा की अखंडता (Data Integrity) बनाए रखने के प्रभावी उपाय प्रदान करता है।
यह प्लेटफ़ॉर्म कई स्रोतों से स्क्रैप की मात्रा एकत्रित (एग्रीगेट) करने में भी सक्षम है, जिससे खरीदारों को कम समय में प्रमाणित गुणवत्ता वाले स्क्रैप की स्थिर आपूर्ति सुनिश्चित होती है।
उपयोग में सरलता को ध्यान में रखकर तैयार किए गए इस प्लेटफ़ॉर्म में संगठित और असंगठित दोनों प्रकार के बाजार प्रतिभागियों की सक्रिय भागीदारी संभव है।
एमजंक्शन का परिचालन रिकॉर्ड इसकी पारदर्शिता, विश्वसनीयता और दक्षता को दर्शाता है:
* पिछले तीन वर्षों में एमजंक्शन ने 15 राज्यों में स्थित प्रमुख एकीकृत इस्पात संयंत्रों (Integrated Steel Plants – ISPs) को 12 लाख (1.2 मिलियन) टन स्क्रैप की आपूर्ति की है।
* 37,000 से अधिक वाहनों और 64 से अधिक रेल रेक्स के लिए लॉजिस्टिक्स का प्रबंधन किया गया है, जिससे संपूर्ण प्रक्रिया में निर्बाध समन्वय सुनिश्चित हुआ है।
* एमजंक्शन ने 98% डिलीवरी कंप्लायंस हासिल की है और गुणवत्ता विचलन को 3% से कम बनाए रखा है, जो इसके सशक्त प्रक्रिया नियंत्रण और अनुशासित निष्पादन का प्रमाण है।
अपनी डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर, गहन क्षेत्रीय विशेषज्ञता और पारदर्शी संचालन प्रणाली के माध्यम से, एमजंक्शन भारत में संगठित स्क्रैप खरीद प्रणाली को नए सिरे से परिभाषित कर रहा है — इसे अधिक दक्ष, अनुपालनयुक्त और भविष्य के लिए तैयार बना रहा है।
स्क्रैप बिक्री (Scrap Selling)
दूसरे छोर पर, एमजंक्शन का ई-सेलिंग प्लेटफॉर्म पिछले दो दशकों से विभिन्न स्रोतों से स्क्रैप की ऑनलाइन बिक्री (e-sell) को सुगम बनाने पर केंद्रित रहा है। इन स्रोतों में निष्क्रिय परिसंपत्तियाँ (Idle Assets), प्लांट और मशीनरी, तथा ग्राउंडेड (सेवा से बाहर) विमान शामिल हैं। ट्रेडर्स स्क्रैप प्लांट और मशीनरी खरीदते हैं, वहीं एंड यूज़र्स जैसे रोलिंग मिल्स इस स्क्रैप को पिघलाकर अपने फिनिश्ड प्रोडक्ट्स तैयार करते हैं।
हानिकारक अपशिष्ट (Hazardous Waste) और ईपीआर आइटम्स (Extended Producer Responsibility items) केवल अधिकृत रीसायकलर्स द्वारा ही खरीदे जाते हैं। इंडस्ट्रियल गैसेज़ (Industrial Gases) के खरीदार आमतौर पर एंड यूज़र्स होते हैं।वहीं, ग्राउंडेड एविएशन इंडस्ट्री आइटम्स को रिफर्बिशर्स या वे एंड यूज़र्स खरीदते हैं जो एयरक्राफ्ट शेल को होटल, ऑफिस आदि के रूप में उपयोग करना चाहते हैं।
पावर प्लांट्स और अन्य संयंत्रों को छोड़कर लगभग 3 लाख मीट्रिक टन स्क्रैप डिस्मैंटलर्स (विघटनकर्ताओं) को बेचा गया है।
अब तक एमजंक्शन ने कुल 4,600 मेगावाट क्षमता वाले 17 सेवानिवृत्त (रिटायर्ड) पावर प्लांट्स की बिक्री में सहयोग किया है। इसके साथ ही, कंपनी ने एकीकृत इस्पात संयंत्रों (Integrated Steel Plants) के एचएसएम मिल्स (HSM Mills), तथा प्रमुख ऑटोमोबाइल कंपनियों की पूरी इंजन लाइन और बॉडी शॉप लाइन की भी बिक्री करवाई है।
एमजंक्शन ने 12 ग्राउंडेड एयरबस विमानों के हुल और लैंडिंग गियर, एक 8-सीटर पिलाटस (Pillatus) विमान (उड़ान योग्य स्थिति में), और एक हेलिकॉप्टर (उड़ान योग्य स्थिति में) की भी बिक्री की है।
कंपनी ने अब तक लगभग 4,000 मीट्रिक टन हानिकारक अपशिष्ट (Hazardous Waste) और ईपीआर उत्पादों (EPR Products) की बिक्री भी की है। औद्योगिक गैसों (Industrial Gases) में, एमजंक्शन ने 27,000 मीट्रिक टन लिक्विड आर्गन, 3,000 मीट्रिक टन लिक्विड नाइट्रोजन, और 10,000 मीट्रिक टन लिक्विड ऑक्सीजन की बिक्री की है।
श्री वर्मा ने बताया, “स्क्रैप के प्रमुख खरीदार आमतौर पर ट्रेडर्स और एंड यूज़र्स होते हैं, जैसे कि रोलिंग मिल्स, जो स्क्रैप को पिघलाकर अपने फिनिश्ड प्रोडक्ट्स तैयार करते हैं। ट्रेडर्स अंततः यही स्क्रैप एंड यूज़र्स को बेचते हैं।”

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