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ईपीएफओ भोपाल में एआईबीईयू – एनएफआईटीयू पदाधिकारियों की महत्वपूर्ण बैठक सम्पन्न

भोपाल।ऑल इंडिया बीएचईएल एम्प्लॉइज यूनियन, संबद्ध निफ्टू के पदाधिकारियों की एक महत्वपूर्ण बैठक ईपीएफओ, क्षेत्रीय कार्यालय भोपाल में आयोजित की गई। बैठक में ईपीएफओ की ओर से रौशन कश्यप, क्षेत्रीय भविष्य निधि आयुक्त उपस्थित रहे। यूनियन की ओर से बैठक में महासचिव रामनारायण गिरी (NFITU प्रदेश अध्यक्ष), अध्यक्ष श्री सतेन्द्र कुमार, वरि.उपाध्यक्ष एवं पीएफ कमेटी सदस्य ओमप्रकाश जसोदिया, उपाध्यक्ष श्री बीरेंद्र कुमार सिंह, कोषाध्यक्ष श्री विशाल वाणी, वरि. उपाध्यक्ष श्री रोहित कुमार तथा स्वच्छता समिति सदस्य प्रशांत थाटे विशेष रूप से उपस्थित रहे।

UAN पोर्टल पर सर्विस हिस्ट्री अपडेट का मुद्दा उठाया

बैठक में यूनियन ने स्थानांतरित होकर आए बीएचईएल कर्मचारियों की UAN पोर्टल पर सर्विस हिस्ट्री अपडेट न होने की समस्या को प्रमुखता से उठाया।
इस संबंध में:
भोपाल में जॉइन किए स्थानांतरित कर्मचारियों की सूची ईपीएफओ को सौंपी गई। ईपीएफओ अधिकारी ने सूचित किया कि जिन कर्मचारियों का Annexure-K प्राप्त हो चुका है, उनकी सर्विस हिस्ट्री ईपीएफओ सिस्टम में दर्ज है।
इन कर्मचारियों की सर्विस हिस्ट्री की कॉपी उपलब्ध कराई जाएगी।
साथ ही, UAN पोर्टल पर अपडेट करने हेतु EPFO दिल्ली मुख्यालय से समन्वय किया जाएगा।
EPS-95 हायर पेंशन में BHEL भोपाल ट्रस्ट को शामिल करने की माँग

बैठक में EPS-95 हायर पेंशन योजना में BHEL भोपाल ट्रस्ट को सम्मिलित करने तथा इसमें उत्पन्न व्यवधानों को दूर करने पर विशेष चर्चा हुई। यूनियन ने कहा कि बीएचईएल भोपाल के कर्मचारियों को भी इस योजना का लाभ मिलना चाहिए।
EPFO अधिकारियों ने इस विषय पर सकारात्मक रुख व्यक्त किया।
लेबर कोड बिल के प्रावधानों पर विस्तृत चर्चा
बैठक के दौरान भारत सरकार द्वारा लागू किए गए लेबर कोड बिल के विभिन्न प्रावधानों और उनके प्रभावों पर भी विस्तारपूर्वक चर्चा की गई।
मुख्य बिंदु:
नए वेज कोड के चलते वेतन संरचना में संभावित बदलाव तथा PF कटौती पर प्रभाव।
सोशल सिक्योरिटी कोड में EPF, EPS और ESI से जुड़े नए प्रावधान।
कर्मचारियों की सुरक्षा, सुविधाएँ एवं अधिकारों से संबंधित बदलाव।
संस्थानों द्वारा अपनाए जाने वाले नए कंप्लायंस मानक।
भविष्य में आने वाली तकनीकी एवं प्रक्रियागत चुनौतियाँ और उनके समाधान।
सभी पदाधिकारियों ने अपने सुझाव एवं चिंताएँ रखीं, जिन पर विभाग द्वारा सकारात्मक प्रतिक्रिया दी गई।

 

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