

कोलकाता, 30 नवम्बर 2025: इंडिया ऑटिज़्म सेंटर (आईएसी), एक प्रमुख एनजीओ जो ऑटिज़्म और इससे जुड़ी विकासात्मक स्थितियों वाले लोगों के लिए समावेशी सहयोग प्रणाली तैयार करने में कार्यरत है, ने अपने केयरगिवर हायरिंग और आउटरीच प्रोग्राम की शुरुआत की है।
इस पहल का उद्देश्य लगभग 300 प्रशिक्षित केयरगिवर्स— जिनमें नर्स और स्पेशल ऐजुकेटर्स समान संख्या में होंगे—की भर्ती और प्रशिक्षण करना है। ये सभी समावेश, आईएसी की विशेष रूप से बनाई गई रेसिडेन्शियल देखभाल सुविधा (जिसका उद्घाटन नवम्बर 2026 में होगा) में पूर्णकालिक सहयोगकर्ताओं के रूप में काम करेंगे।
इस प्रोग्राम में तीन महीने का गहन प्रशिक्षण शामिल है, जिसमें तकनीकी जानकारी के साथ-साथ न्यूरोडाइवर्जेन्ट व्यक्तियों के साथ संवेदनशील और सहानुभूतिपूर्ण व्यवहार पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
प्रशिक्षण में उन्नत देखभाल कौशल, आधुनिक व्यवहार-प्रबंधन तरीक़े, ऑटिज़्म स्पेक्ट्रम पर मौजूद बच्चों के लिए उपयुक्त संचार विधियाँ, और गरिमा-आधारित देखभाल के सिद्धांत शामिल हैं। उद्देश्य है कि समावेश में हर व्यक्ति को सुरक्षित, संरचित और व्यक्तिगत सहयोग मिल सके।
समावेश में ये केयरगिवर्स बच्चों के समग्र विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएँगे। उनकी ज़िम्मेदारियों में नियमित स्वास्थ्य-जांच, जीवन-कौशल सीखने में सहायता, समुदाय से जुड़ाव बढ़ाने वाली गतिविधियाँ, भावनात्मक समर्थन और भरोसेमंद, संबंध-आधारित देखभाल शामिल होगी। इससे बच्चों में आत्मविश्वास और स्वतंत्रता को बढ़ावा मिलेगा।
इस प्रोग्राम के बारे में बताते हुए, इंडिया ऑटिज़्म सेंटर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और निदेशक श्री जयशंकर नटराजन ने कहा, “केयरगिवर प्रोग्राम सिर्फ भर्ती की प्रक्रिया नहीं है, बल्कि यह उन लोगों की गरिमा, जीवन-गुणवत्ता और दीर्घकालिक समर्थन को बेहतर करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। आईएसी का उद्देश्य हमेशा से एक ऐसा वातावरण बनाना रहा है, जहाँ संरचित सहयोग, प्रशिक्षित पेशेवरों और प्रमाण-आधारित तरीक़ों के माध्यम से स्पेक्ट्रम पर मौजूद व्यक्तियों को सशक्त बनाया जा सके। लगभग 300 प्रतिभागियों के विस्तृत प्रशिक्षण के साथ हम देश में विशेषज्ञ रेसिडेन्शियल देखभाल के मानकों को और मजबूत करने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। अब तक मिली प्रतिक्रिया अत्यंत उत्साहजनक है, और हम अपने पहले समूह का स्वागत करने के लिए उत्सुक हैं।”
यह प्रोग्राम आईएसी के उस व्यापक उद्देश्य से जुड़ा है, जिसके तहत ऑटिज़्म से जुड़े लोगों के लिए व्यक्तिगत और समावेशी सेवाओं का एक प्रभावी मॉडल विकसित किया जा रहा है। यह प्रशिक्षण केयरगिवर कार्यदल को
मजबूत बनाने के लिए बनाया गया है, ताकि वे अपनी समुदायों में सम्मान और स्वतंत्रता को बढ़ावा देते हुए बेहतर सहयोग प्रदान कर सकें।



