भरतनाट्यम नृत्य में भगवान विनायक को पुष्पांजलि अर्पित कर वृहद शास्त्रीय नृत्य मैराथन (रिले) का आरम्भ, निरन्तर 24 घंटे से अधिक समय नृत्य कर रचा जाएगा विश्व कीर्तिमान
भारतीय शास्त्रीय नृत्यों के 139 कलाकार कर रहे सहभागिता, विश्व में पहली बार इस तरह का रिकॉर्ड बनाने का प्रयास हो रहा है
खजुराहो। घुंघरुओं की झंकार और ताल—थाप की सुमधुर लहरियों से एक बार पुनः ऐतिहासिक खजुराहो नगर गुंजित हो रहा है। कला की सौंदर्यपूर्ण छटाएं वर्ल्ड हेरिटेज साइट में बिखर रही है। अवसर है 51वाँ खजुराहो नृत्य समारोह के उपलक्ष्य में वृहद शास्त्रीय नृत्य मैराथन (रिले) के आरम्भ का। अपनी कला और संस्कृति से विश्व में अलग पहचान बनाने वाला मध्यप्रदेश राज्य एक और कीर्तिमान रचने के लिए अग्रसर है। जिसकी शुरुआत आदिवर्त संग्रहालय परिसर, खजुराहो में 19 फरवरी, 2025 बुधवार को दोपहर 2:34 बजे हो गई। 51वाँ खजुराहो नृत्य समारोह के उपलक्ष्य में काउंटडाउन के साथ वृहद शास्त्रीय नृत्य मैराथन (रिले) का आरम्भ हुआ। मध्यप्रदेश शासन, संस्कृति विभाग द्वारा संयोजित इस नृत्य मैराथन का उद्देश्य गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड रचना है, साथ ही देश और दुनिया में यह संदेश देना भी है कि मध्यप्रदेश कला और संस्कृति की दृष्टि से समृद्ध और अपनी विरासत को संरक्षित करने के लिए निरन्तर प्रयासरत भी है।
वृहद शास्त्रीय नृत्य मैराथन (रिले) का शुभारम्भ छतरपुर कलेक्टर पार्थ जैसवाल, पुलिस अधीक्षक, छतरपुर अगम जैन और संचालक, संस्कृति एन.पी. नामदेव ने किया। इस अवसर पर वृहद शास्त्रीय नृत्य मैराथन (रिले) के समन्वयक श्री प्रत्यूष दाधीच ने गतिविधि की संपूर्ण रूपरेखा बताई। गिनीज टीम के श्री निश्चल बारोट ने नियमों पर प्रकाश डाला। उपस्थित अतिथियों द्वारा काउंटडाउन कर वृहद शास्त्रीय नृत्य मैराथन (रिले) का आरम्भ किया गया।
सर्वप्रथम प्रस्तुति राजा मानसिंह तोमर विश्वविद्यालय के नृत्य विभाग के भरतनाट्यम विधा के छात्रों द्वारा पारंपरिक रूप से भगवान विनायक पर पुष्पांजलि एवं मल्लारी से की गई। इसके उपरांत दशावतार दर्शाते हुए कृष्ण कीर्तनम, शिव पंचाक्षर स्तोत्रम एवं काल भैरवाष्टकम किया गया। उनकी प्रस्तुति का अंत पारंपरिक तिल्लाना से हुआ। इसके बाद राजा मानसिंह तोमर विश्वविद्यालय के ही नृत्य विभाग के कथक विधा के छात्रों द्वारा कथक नृत्य की पारंपरिक प्रस्तुति दी गई। इसके बाद विभावरी संस्था इंदौर, आरम्भ अकादमी इंदौर, त्रिविधा अकादमी जबलपुर, सदाशिव संगीत नाट्य कला समिति भोपाल, ध्रुपद अकादमी इंदौर, शासकीय संगीत महाविद्यालय उज्जैन, नरसिंहगढ़, मंदसौर के नृत्य कलाकारों की प्रस्तुतियां हुईं।गौरतलब है कि वृहद शास्त्रीय नृत्य मैराथन (रिले) का समापन 20 फरवरी, 2025 को दोपहर लगभग 3 बजे होगा। इस गतिविधि में मध्यप्रदेश के 139 नृत्य कलाकार प्रतिभागिता कर रहे हैं, जो भरतनाट्यम, कथक, ओडिसी और कुचिपुड़ी के हैं। गिनीज टीम के श्री निश्चल बारोट ने बताया कि पहली बार इस तरह का रिकॉर्ड बनाया जा रहा है। यह बिल्कुल नई कैटगरी है।
नृत्य में उत्कृष्ट कार्य करने की प्रेरणा मिलेगी : प्रतिभागी
इस अवसर पर भरतनाट्यम नृत्यांगना तनिष्का हतवलने ने कहा कि मध्यप्रदेश संस्कृति विभाग द्वारा किया जा रहा यह प्रयास नृत्य क्षेत्र के लिए बहुत उपयोगी है। इससे नवोदित कलाकारों को प्रोत्साहन मिलेगा। हमें बहुत खुशी है कि हम वृहद शास्त्रीय नृत्य मैराथन (रिले) का हिस्सा बन रहे हैं। नृत्य गुरु सुश्री पूर्वा पाण्डेय ने कहा कि इस गतिविधि में सहभागिता कर रहे युवा नृत्य कलाकारों के लिए यह बहुत बड़ा अवसर है। इससे नृत्य के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने की प्रेरणा मिलेगी। भरतनाट्यम नृत्य कलाकार श्री देवव्रत सिंह सेंगर ने कहा कि 24 घंटे से अधिक नृत्य होना, मध्यप्रदेश के नृत्य संसार के लिए अनूठा अवसर है। यह उन सभी कलाकारों के लिए प्रेरणा है जो नृत्य में भविष्य देखते हैं। कथक नृत्यांगना सुश्री पलक पांचाल ने कहा कि हम आभारी हैं मध्यप्रदेश संस्कृति विभाग के, जिन्होंने यह नृत्य का यह अनुपम अनुष्ठान रचा है। इस गतिविधि के माध्यम से नृत्य कलाकारों को अवसर मिला है और उन्हें भविष्य के लिए प्रेरणा भी मिलेगी।
51वाँ खजुराहो नृत्य समारोह का शुभारम्भ आज
विश्वविख्यात खजुराहो नृत्य समारोह के 51वें संस्करण का शुभारम्भ आज 20 फरवरी, 2025 को सायं 6:30 बजे कंदरिया महादेव मंदिर और जगदम्बा मंदिर के मध्य परिसर में माननीय मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की गरिमामय उपस्थिति में होगा। पहले दिन मुख्य नृत्य प्रस्तुतियों में इंटरनेशनल सेंटर फॉर कथकली, दिल्ली द्वारा कथकली, सुश्री पल्लवी कृष्णनन, केरल द्वारा मोहिनीअट्टम और सुश्री कल्याणी—वैदेही फगरे, मध्यप्रदेश का ओडिसी नृत्य होगा। इसके अलावा वृहद शास्त्रीय नृत्य मैराथन (रिले) में प्रतिभागिता कर रहे नृत्य कलाकारों द्वारा सुप्रसिद्ध अभिनेत्री एवं कथक नृत्यांगना सुश्री प्राची शाह के निर्देशन में कोरियोग्राफिक प्रस्तुति “अनन्त” होगी। वहीं, खजुराहो बाल नृत्य महोत्सव का शुभारम्भ सायं 4:30 बजे होगा।