सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद छत्तीसगढ़ में 602 परीक्षार्थी देंगे दोबारा नीट की परीक्षा

रायपुर। छत्तीसगढ़ में 602 अभ्यर्थी दोबारा नीट की परीक्षा देंगे। बालोद और दंतेवाड़ा परीक्षा केंद्र में हुई गड़बड़ी के कारण इन छात्रों को एनटीए की तरफ से ग्रेस मार्क दिया। ग्रेस मार्क को लेकर विवाद हो गया। कुछ अभ्यर्थियों ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर दी। सुप्रीम कोर्ट ने ग्रेस मार्क को रद कर दोबारा परीक्षा करवाने का आदेश दिया है। मेडिकल और डेंटल कालेजों में प्रवेश के लिए पांच मई को देशभर में नीट परीक्षा हुई। जिस दिन परीक्षा हुई, उसी दिन से परीक्षा विवादों में आ गई। पेपर लीक, परीक्षा केंद्रों में समय पर पेपर नहीं मिलने जैसे विवाद सामने आने लगे। देशभर के अभ्यर्थी जहां पर गड़बड़ियां हुई है, वो कोर्ट चले गए। कोर्ट में परीक्षा रद करने की मांग करने लगे। परीक्षा परिणाम संभावित तिथि से 10 दिन पहले यानी चार जून को घोषित कर दिए गए। ग्रेस मार्क के कारण अंकों में भी गड़बड़ी हुई। 718, 719 अंक भी अभ्यर्थियों को मिले। इसके लेकर भी अभ्यर्थियों ने शोर मचाया। इसके बाद एनटीए की तरफ से बताया गया कि जिन परीक्षा केंद्रों में परीक्षा में देरी की शिकायत मिली है, वहां के छात्रों को ग्रेस मार्क दिए गए है, इस वजह से 718 और 719 अंक मिले हैं। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मुताबिक ग्रेस अंक पाने वाले छात्रों की 23 जून को परीक्षा होगी, 30 जून को परीक्षा परिणाम घोषित किया जाएगा।
हिंदी मीडियम के छात्रों को दिया अंग्रेजी का पेपर
दंतेवाड़ा के परीक्षा केंद्र में शिक्षकों ने गलत पेपर बांट दिया। हिंदी मीडियम के छात्रों को अंग्रेजी माध्यम का पेपर दे दिया गया।छात्रों की शिकायत के बाद तुरंत पेपर बदलकर हिंदी माध्यम का दिया गया। दंतेवाड़ा के सिटी कोर्डिनेटर ने बताया कि इस केंद्र में 432 छात्र-छात्राएं परीक्षा के लिए पंजीकृत थे। जिसमें 417 उपस्थित और 15 अनुपस्थि रहे। एक कमरे में 24 छात्रों को बैठाया गया था, जहां पर गड़बड़ी हुई है। जानकारी के मुताबिक उपस्थित छात्रों को ही दोबारा परीक्षा देने का मौका मिलेगा।