गायत्री प्रज्ञापीठ बरखेड़ा में उमंग उत्साह के साथ कलश पूजन कर शांतिकुंज हरिद्वार निकले आत्मीय परिजन

भोपाल.14/सितम्बर /24 शक्ति संवर्धन 108 कुंडीय गायत्री महायज्ञ मंडीदीप दिनांक 13 से 16 जन 25 में युगतीर्थ शांतिकुंज हरिद्वार, परमपूज्य गुरुदेव की जन्मस्थली आवलाखेड़ा, गुरुवर की कर्मभूमि तपोभूमि मथुरा की पवित्र,जलरज लेकर,देवशक्तियों को आमंत्रण देने के लिए 20 परिजनों ने कल सायँकाल में मथुरा के लिए प्रस्थान किया.
108 कुण्डीय गायत्री महायज्ञ के संयोजक श्री धीरज मनी की अगुआई में आये,औबेदुल्लागंज,मंडीदीप, इंडसटाउन, रायसेन जिले के प्रज्ञा परिजनों के मध्य कलश का वैदिक विधि विधान से पूजन कर उनका पुष्पाहर से स्वागत करते हुए युगतीर्थ के लिए विदा किया गया।
शांतिकुंज हरिद्वार से सभी परिजन इस दिव्य कलश में 100 वर्षों से निरंतर प्रज्जवलित अखण्ड दीप की प्राणऊर्जा के रूप में युगऋषि,वेदमूर्ति, पं. श्रीराम शर्मा “आचार्य”और वंदनीय माताजी की दिव्य चेतना का आह्वान करते हुए, परमआदरणीया शैलदीदी और श्रद्धेय डॉ. प्रणव पांड्या जी का आशीर्वाद और मार्गदर्शन लेकर दिनांक 18 सितम्बर को वापस लौटेंगे, एवं पवित्र तीर्थो की प्रणाऊर्जा से अनुप्राणित इसी दिव्य कलश के समक्ष गायत्री मंत्र की साधनायें 108 गावों में कराई जावेँगी जिनकी पूर्णाहुति हेतु 108 कुण्डीय यज्ञ में भगीदारी कर आहुतियाँ समर्पित करेंगे.
ज्ञातव्य हो कि महायज्ञ की तैयारियों को लेकर कार्यकर्त्ताओं में गजब का उत्साह देखने को मिल रहा है और कार्ययोजना को मूर्तरूप देने के लिए कार्यकर्ताओं की निरंतर बैठकें हो रही हैं.