भारत की 6 कंपनियों पर अमेरिका का बैन, ईरान कनेक्शन से मचा हड़कंप

पहले भी भारतीय कंपनियों पर लग चुके हैं प्रतिबंध
यह 2025 में दूसरी बार है जब अमेरिकी प्रशासन ने भारतीय कंपनियों को निशाना बनाया है। फरवरी 2025 में भी चार भारतीय कंपनियों को ईरानी पेट्रोलियम उत्पादों की अवैध शिपिंग और व्यापार में भागीदारी के चलते ब्लैकलिस्ट किया गया था:
Flux Maritime LLP (नवी मुंबई)
BSM Marine LLP (दिल्ली-NCR)
Austinship Management Pvt. Ltd. (दिल्ली-NCR)
Cosmos Lines Inc. (तंजावुर)
इनमें से तीन कंपनियों पर ईरानी जहाजों का तकनीकी और वाणिज्यिक प्रबंधन करने का आरोप था, जबकि कॉसमॉस लाइन्स को सीधे ईरानी ऑयल के ट्रांसपोर्ट में लिप्त पाया गया।
प्रतिबंधों का असर क्या होगा?
-प्रतिबंधित कंपनियों की अमेरिका में सभी संपत्तियां फ्रीज कर दी गई हैं।
-अमेरिकी नागरिक या कंपनियां अब इनसे कोई भी व्यापार नहीं कर सकतीं।
-जिन अन्य कंपनियों में इनका 50% से अधिक हिस्सा है, वे भी प्रतिबंधों के दायरे में आ जाएंगी।
-इनके वैश्विक बिजनेस ऑपरेशंस पर बड़ा असर पड़ सकता है, खासकर अगर ये अंतरराष्ट्रीय फाइनेंशियल सिस्टम में भाग लेती हैं।
ट्रंप की ‘मैक्सिमम प्रेशर’ नीति की वापसी
डोनाल्ड ट्रंप ने अपने पिछले कार्यकाल में ईरान पर “मैक्सिमम प्रेशर” नीति लागू की थी, जिसमें उसके तेल और गैस सेक्टर को निशाना बनाकर कई आर्थिक प्रतिबंध लगाए गए थे। अब एक बार फिर उसी रणनीति को नए सिरे से लागू किया जा रहा है, जिससे ईरान की अर्थव्यवस्था को घेरने की कोशिश की जा रही है।