गांधी चिकित्सा महाविद्यालय के कम्युनिटी मेडिसिन विभाग में “वन वर्ल्ड वन हेल्थ” विषय पर आज जागरूकता संगोष्ठी आयोजित की गई।



जिसमें मुख्य वक्ता पुणे से आए यूरोलॉजिस्ट डॉक्टर सुरेश पाटणकर ,आरोग्य भारती के राष्ट्रीय संगठन मंत्री श्री अशोक वार्ष्णेय ने विषय को वैज्ञानिक दृष्टिकोण से सबके समक्ष प्रस्तुत किया एवं इंटीग्रेटेड हेल्थ सिस्टम की आवश्यकता के बारे में बताया।
संगोष्ठी की अध्यक्षता आई ए एस श्री मयंक अग्रवाल ने की एवं विचार व्यक्त किया।
गांधी चिकित्सा महाविद्यालय की अधिष्ठाता डॉक्टर कविता एन सिंह ने अपने स्वागत भाषण में महाविद्यालय में इस संबंध में किए गए प्रयासों का उल्लेख करते हुए संगोष्ठी प्रारंभ की।
डॉ अशोक वार्ष्णेय जी ने स्वस्थ व्यक्ति निर्माण कैसे होगा और भारतीय स्वास्थ्य सिस्टम को सुदृढ़ कैसे किया जाए , इस विषय पर अपने विचार व्यक्त किया। इंटीग्रेटेड हॉलिस्टिक हेल्थ अप्रोच किस तरह से हो इस पर संगोष्ठी में विचार विमर्श किया गया।
डॉ सुरेश पाटणकर यूरोलॉजिस्ट ने एलोपैथी में प्रैक्टिस करते हुए किस प्रकार कुछ आयुर्वेदिक दवाओ से मरीज को फायदा हो सकता है, इस पर वैज्ञानिक दृष्टिकोण से रिसर्च करने के बारे में बताया।
डॉ अंशुली त्रिवेदी, प्रभारी विभाग अध्यक्ष, कम्युनिटी मेडिसिन विभाग ने वन वर्ड वन हेल्थ आईएपीएसएम एवं आईसीएमआर के थीम के बारे में सबको परिचित कराया।
कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर अंशुली त्रिवेदी, डॉ अर्चना श्रीवास्तव एवं डॉक्टर अमृता पटेरिया ने किया तथा प्रोफेसर डॉक्टर लोकेंद्र दवे ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया। इस कार्यक्रम में गाँधी मेडिकल college के संकाय सदस्य ,स्नातक ,स्नातकोत्तर छात्र, नर्सिंग एवं पैरामेडिकल छत्र उपस्थित थे .


