मध्य प्रदेश

तथा कथित स्वामी आनंद स्वरूप के विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्यवाही हो-प्रदेश अध्यक्ष जगदीश यादव

भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने विगत दिनों ओबीसी आरक्षण के मुद्दे पर अपनी सरकार का रुख स्पष्ट किया। प्रदेश सरकार पिछड़ा वर्ग को 27 प्रतिशत आरक्षण देने जा रही है। सारी प्रक्रियाएं अति शीघ्र पूर्ण कर ली जाएंगी। सरकार की वचनवद्धता के अनुसार ओ.बी.सी. को विकास की मुख्य धारा में लाने का हर सम्भव प्रयास किया जाएगा, जिसका सभी समाजों ने स्वागत किया।
लेकिन एक तथाकथित स्वामी कहे जाने वाले व्यक्ति आनंद स्वरूप के द्वारा कुछ दिनों से खुद के सोशल मीडिया अकाउंट ट्विटर, फेसबुक, यू ट्यूब पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डाॅ. मोहन यादव और ओ.बी.सी. वर्ग के विरुद्ध घोर अपमानजनक टिप्पणी की गई है, जो निंदनीय, शर्मनाक एवं संविधान विरोधी है। स्वामी आनंद स्वरूप के द्वारा मुख्यमंत्री को राष्ट्रद्रोही, हिन्दूद्रोही, सवर्ण द्रोही, धर्मद्रोही कहकर अपमानित किया गया है।
इनके द्वारा घोर जातिवादी मानसिकता से ग्रसित होकर सामाजिक ताने बाने को छिन्न भिन्न करने, जातिगत द्वेष फैलाने, जातिगत हिंसा को बढ़ावा देने, भारतीय संविधान की आत्मा कहे जाने वाले सामाजिक सौहाद्र एवं भाईचारे की भावना को नष्ट करने का घ्रणित कार्य किया है। यादव जाति जाहिल है। यादव मुसलमानों की नाजायज औलाद हैं। यादव कुकुरमुत्ते है। यादव लफंगे हैं। मोहन यादव राजद्रोही, हिन्दुद्रोही, ब्राह्मण द्रोही है, नफरती है।
किसी संभ्रांत व्यक्ति को बिना किसी सबूत व कारण के देशद्रोही, धर्मद्रोही कहना शोषल मीडिया पर आरोप लगाना भारतीय संविधान के अनुसार दण्डनीय अपराध की श्रेणी में आता है। लोकतंत्र में इस तरह की टिप्पणी किसी भी दृष्टिकोण से क्षमा योग्य नहीं है। इसे वर्दास्त नहीं किया जा सकता। ऐसी घृणित जातिवादी मानसिकता वाला व्यक्ति लोकतंत्र के लिए खतरा है।
इस को लेकर आज पूरे प्रदेश के जिला मुख्यालय, तहसील मुख्यालय पर अखिल भारतवर्षीय यादव महासभा मध्य प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष जगदीश यादव के मार्गदर्शन में जिलाध्यक्ष एवं प्रदेश पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं ने संबंधित थानों में तथा कथित स्वामी आनंद स्वरूप के विरुद्ध fir दर्ज करवाने का आवेदन दिया है। और पुतला फूंक प्रशासन से सख्त से सख्त कार्यवाही करने की मांग की है

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