अध्यात्मखबरमध्य प्रदेश

वर्तमान समय धार्मिक सोच में परिपक्वता की नितांत आवश्यकता – राजयोगिनी ऊषा दीदी

दूषित एवं विकृत मानसिकता भारत स्वच्छ एवं स्वस्थ कैसे बना सकता हैं

ब्रह्माकुमारीज ब्लेसिंग हाउस मे कार्यक्रम का आयोजन

सफल एवं सुखी जीवन का आधार- गीता सार विषय पर प्रवचन का दूसरा दिन

भोपाल। ब्लेसिंग हाउस भोपाल, प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के अंतर्राष्ट्रीय मुख्यालय माउंट आबू से पधारी राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी उषा दीदी के भोपाल आगमन पर सफल एवं सुखी जीवन का आधार गीता सार के त्रिदिवसीय आयोजन के द्वितीय दिवस भी पर नर्मदापुरम रोड स्थित उत्सव गार्डन में आयोजित कार्यक्रम में श्रीमद्भागवद्गीता के महत्व पर प्रवचन का आयोजन हुआ |साथ ही ब्लेसिंग हाउस भोपाल में स्वस्थ एवं स्वस्थ भारत के निर्माण में धर्मग्रंथों एवं मीडिया की भूमिका पर कार्यक्रम आयोजित किया गया |

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए *राजयोगिनी उषा दीदी* ने बताया कि आज समाज में निगेटिविटी का प्रभाव बढ़ रहा है, विभिन्न कारणों से लोग नकारात्मकता में आ जाते हैं। मानसिक प्रदूषण एवं बीमारियों का कारण व्यक्ति का नकारात्मक प्रभाव में आना है। बच्चे भी नकारात्मकता के प्रभाव में आ जाते हैं | दूषित और विकृत मानसिकता भारत को स्वच्छ और स्वस्थ कैसे बना सकती है ? धर्मग्रंथों का रोल भारत के भविष्य को बनाने में बहुत सुन्दर हो सकता है । इसमें मीडिया भी बहुत महत्वपूर्ण रोल प्ले कर सकता है।
अलग अलग डाल में पड़कर, मेरा धर्म तेरा धर्म में पढ़कर धर्मों की जड़ एवं बीज को भूल गए हैं। निश्चित करें कि हम एक होकर आए थे। और एक ही रहना है। सभी धर्मों का बीजरूप है परमात्मा परमात्मा एक है परंतु सभी धर्मों ने नाम अलग अलग दे दिए। किसी ने ईश्वर कहा, किसी ने अल्लाह कहा, किसी ने मालिक कहा लेकिन परमात्मा है वही। उसके नाम पर हम क्यों झगड़ा करते हैं? आवश्यकता है अब हम एक हो जाएं, तभी स्वच्छ और स्वस्थ भारत का सपना साकार हो सकता है। परमात्मा किसे कहते हैं? जिनमें ये पांच बातें हो, वो परमात्मा हो सकता। पहला- वो सर्वमान्य हो। अर्थात सभी धर्म की आत्माएं उसे माने । दूसरा वो सर्वोच्च शक्ति होना चाहिए। तीसरा, सबसे परे होना चाहिए। सब चीजों का ज्ञाता होना चाहिए। और पांचवें सर्व शक्तियां में संपन्न होना चाहिए। जिसकी महिमा का अंत ना हो। यह पांचों बातें जिसमे हो वो परमात्मा हो सकता है ।
पक्षी का पिता पक्षी होता है, जानवर का पिता जानवर होता है। ऐसे ही आत्मा का पिता परमात्मा होता है, वो ज्योति की आकृति है। सभी देवों के आराध्य, परम पिता परमात्मा शिव है। सभी धर्मों की आत्माएं उसको मानती है , इस्लाम धर्म में कहा कि अल्लाह नूर है। हिंदुओं ने ज्योति कहा, मुस्लिम ने नूर कहा, क्रिश्चियन ने कहा गॉड इस लाइट। गुरुनानक ने कहा एक ओंकार निराकार। हावीर भी किसको ध्यान कर रहे? सिद्धशिला तो सर्वोच्च शक्ति है | महात्मा बुद्ध नें अपने आचरण को श्रेष्ठ करने की बात कही। महात्मा बुद्ध ने निराकार सर्वश्रेष्ठ शक्ति का ध्यान किया। पारसी जब भारत आये तो जागती ज्योति को लेकर आए। ध्यान को किसी नें पूजा कहा , किसी ने मेडिटेशन कहा , किसी नें ध्यान कहा सबने अलग अलग नाम से विधि अपनाई, लेकिन ध्यान एक का ही कर रहे हैं, तो लड़ाई किस बात की? दुनिया वाले लड़ाए लेकिन हम क्यों लड़ें? हमें अपने अंदर परिपक्वता लानी होगी। धार्मिक सोच में परिपक्वता लाने से ही भारत स्वच्छ एवं स्वस्थ बन सकता है | परमात्मा कहते हैं सभी धर्मों को छोड़कर मेरी शरण में आ जाओ तो मैं तुम्हें सारे पापों से मुक्त कर दूंगा। पुनः पैराडाइस स्थापन हो जाएगा | नूर अर्थात ज्योति स्वरूप परमात्मा के ऊपर कोई हस्ती नहीं। न वो पुनर्जन्म के चक्र में आते हैं न मरण के चक्र में ,वो न पाप पुण्य के चक्कर में आते हैं।
कार्यक्रम मे *रामचंद्र गायकवाड जी* गायत्री शक्तिपीठ भोपाल मुख्य व्यवस्थापक, *मौलाना प्रोफेसर मोहम्मद हसन खान जी*, डायरेक्टर दारुल उलूम ताजुल मस्जिद, भोपाल, *भंते राहुल पुत्र* कोषाध्यक्ष, दी बुद्ध भूमि धम्मदूत संघ भोपाल एवं धर्म एवं मीडिया के लोग उपस्थित थे |
कार्यक्रम की आयोजक *ब्रह्माकुमारिज ब्लेसिंग हाउस प्रभारी बी के डॉ. रीना दीदी* ने कहा कि भोपालवासियों को धार्मिक परिपक्वता की मिसाल कायम करनी चाहिए | छोटी छोटी सुनी सुनाई बातों में आकार धार्मिक वैमनस्यता न पालें | भोपाल शहर को धार्मिक सौहायद्रता का शहर बनाने मे धर्म एवं मीडिया को मिलकर काम करना होगा | उन्होंने भोपाल वासियों से दिनांक 22 सितम्बर तक चलने वाले कार्यक्रम में ज्यादा से ज्यादा संख्या में भाग लेकर लाभ लेने की अपील की है।कार्यक्रम में भोपाल के बड़ी संख्या में लोग कार्यक्रम का लाभ लेने पहुचे।कार्यक्रम में बी के डॉ रावेन्द्र भाई ने सभी का स्वागत किया एवं आयोजन के उदेश्य को स्पष्ट करके सभी के सम्मुख रखा |कुमारी आराधना ने सुंदर नृत्य प्रस्तुत कियाब्रह्माकुमारीज के बी के राहुल भाई मंच का कुशलतापूर्वक संचालन किया |

 

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