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एक्सिस म्यूचुअल फंड ने लॉन्च किया एक्सिस गोल्ड एंड सिल्वर पैसिव फ़ंड ऑफ फ़ंड

पोर्टफोलियो में गोल्ड और सिल्वर को शामिल करने का स्मार्ट और किफायती तरीका एक ही निवेश से पोर्टफोलियो में दोनों कीमती धातुओं का एक्सपोज़र एक्सिस गोल्ड एंड सिल्वर पैसिव एफओएफ (Fund of Fund) की मुख्य विशेषताएँ • श्रेणी: कमोडिटी आधारित FoF (घरेलू) • योजना का प्रकार: ओपन-एंडेड फंड ऑफ फंड्स स्कीम, जो गोल्ड ETFs और सिल्वर ETFs में निवेश करती है • बेंचमार्क: घरेलू सोने की कीमत और घरेलू चांदी की कीमत (50:50) • NFO अवधि: 10 दिसंबर 2025 से 22 दिसंबर 2025 • फंड मैनेजर: श्री प्रतीक टिबरेवाल और श्री आदित्य पगारिया • न्यूनतम निवेश राशि: ₹100 और उसके बाद ₹1 के गुणकों में • एग्जिट लोड: अलॉटमेंट के 15 दिनों के भीतर रिडीम/स्विच करने पर 0.25% और 15 दिनों के बाद: कोई लोड नहीं

मुंबई, 10 दिसंबर 2025: भारत की अग्रणी एसेट मैनेजमेंट कंपनियों में से एक, एक्सिस म्यूचुअल फंड ने आज एक्सिस गोल्ड एंड सिल्वर पैसिव फ़ंड ऑफ फ़ंड (FoF) लॉन्च करने की घोषणा की। यह एक ओपन-एंडेड फंड ऑफ फंड्स स्कीम है, जो गोल्ड और सिल्वर एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स (ETFs) की यूनिट्स में निवेश करेगी। नया फंड ऑफर (NFO) 10 दिसंबर 2025 से सब्सक्रिप्शन के लिए खुलेगा और 22 दिसंबर 2025 को बंद होगा।

एक्सिस गोल्ड एंड सिल्वर पैसिव फ़ंड ऑफ फ़ंड निवेशकों को एक ही निवेश के ज़रिए सोने और चांदी – दुनिया भर में पहचाने जाने वाले दो वैल्यू स्टोर – के परफॉर्मेंस में हिस्सा लेने का एक आसान और पारदर्शी तरीका देता है। यह स्कीम मुख्य रूप से गोल्ड ETF और सिल्वर ETF की यूनिट्स में निवेश करेगी, और दोनों कमोडिटीज़ को संतुलित एलोकेशन देगी।

इस नए फ़ंड के लॉन्च पर बोलते हुए, एक्सिस एएमसी के एमडी और सीईओ श्री बी. गोपकुमार ने कहा: “सोना और चांदी ऐतिहासिक रूप से मुद्रास्फीति और मुद्रा अस्थिरता के खिलाफ प्रभावी सुरक्षा प्रदान करते रहे हैं और पोर्टफोलियो को विविधता देने में सहायता करते हैं। एक्सिस गोल्ड एंड सिल्वर पैसिव फ़ंड ऑफ फ़ंड के माध्यम से, हम निवेशकों को इन कीमती धातुओं में एक्सपोज़र प्राप्त करने का सरल और किफायती तरीका दे रहे हैं, वह भी फिजिकल स्वामित्व की जटिलताओं के बिना।”

पोर्टफोलियो में कमोडिटीज़ क्यों महत्वपूर्ण हैं
सोना और चांदी जैसी कमोडिटीज़ ने लंबे समय से पोर्टफोलियो विविधता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। कमोडिटीज़ का पारंपरिक एसेट क्लासेज़ के साथ कम संबंध होता है, इसलिए वे मुद्रास्फीति, मुद्रा अवमूल्यन और बाज़ार अस्थिरता के खिलाफ एक प्रभावी सुरक्षा प्रदान करती हैं।

सोना सुरक्षित निवेश (safe-haven asset) माना जाता है, जबकि चांदी में मौद्रिक मूल्य के साथ औद्योगिक मांग भी जुड़ी होती है — यह दीर्घकालिक निवेश रणनीतियों में एक अलग आयाम जोड़ता है।

पोर्टफोलियो में कमोडिटीज़ शामिल करने से विविधता बढ़ती है और अनिश्चित आर्थिक परिस्थितियों में मजबूती आती है। लेकिन फिजिकल कमोडिटीज़ में सीधा निवेश करना जटिल और महंगा हो सकता है। ऐसे में FoFs के माध्यम से पैसिव निवेश एक गेम-चेंजर साबित होता है — यह सरलता, पारदर्शिता और लागत-प्रभावशीलता देता है, बिना फिजिकल स्वामित्व की ऑपरेशनल चुनौतियों के। यह मानवीय पक्षपात को भी दूर करता है और बाज़ार बेंचमार्क के अनुरूप अनुशासित दृष्टिकोण देता है।

एक्सिस गोल्ड एंड सिल्वर पैसिव फ़ंड ऑफ फ़ंड
यह ओपन-एंडेड फंड ऑफ फंड्स स्कीम मुख्य रूप से गोल्ड ETFs और सिल्वर ETFs की यूनिट्स में निवेश करती है, जिससे निवेशकों को एक ही उत्पाद में दोनों धातुओं का एक्सपोज़र मिलता है। इस स्कीम का प्रदर्शन घरेलू सोने और चांदी की कीमतों के बराबर अनुपात (50:50) के आधार पर मापा जाएगा।

फंड की मुख्य विशेषता है इसकी पहुंच — NFO के दौरान न्यूनतम निवेश राशि केवल ₹100 है, जिससे यह व्यापक निवेशक वर्ग के लिए उपयुक्त बनता है। फंड का प्रबंधन संयुक्त रूप से श्री प्रतीक टिबरेवाल और श्री आदित्य पगारिया करेंगे।
स्रोत: Axis MF Research, NSE Indices, SEBI (8 दिसंबर 2025 तक)

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