बसंत पंचमी अर्थात जीवन में बसंत बहार का आगमन : बी.के. डॉ. रीना दीदी

बसंत पंचमी से जीवन में आती है एक नई आध्यात्मिक चेतना : बी.के. डॉ. रीना दीदी
ब्रह्माकुमारीज़ संस्थान के ब्लेसिंग हाउस सेवाकेंद्र में मनाया गया बसंत पंचमी का पावन त्यौहार
2 फरवरी,2025ब्रह्माकुमारीज़, ब्लेसिंग हाउस, नर्मदापुरम रोड, भोपाल।नर्मदापुरम रोड पर स्थित ब्रह्माकुमारीज ब्लेसिंग हाउस सेवाकेंद्र में बसंत पंचमी के पावन शुभ अवसर पर एक बहुत ही सुंदर कार्यक्रम का आयोजन ब्लेसिंग हाउस के ज्ञानमोती सभागार में किया गया।
बसंत पंचमी के त्योहार पर ब्लेसिंग हाउस में कुमारी श्री साक्षात मां सरस्वती देवी बनकर के उपस्थित सैकड़ो की संख्या में भक्तगणों को आशीर्वाद दिया। सभी ने मां सरस्वती जी से अपनी मनोकामनाएं पूर्ण की। सेवाकेंद्र प्रभारी बी.के. डॉ. रीना दीदी ने बसंत पंचमी के आध्यात्मिक रहस्य के बारे में प्रकाश डाला। दीदी ने कहा की बसंत पंचमी का त्योहार, ज्ञान की देवी मां सरस्वती के जन्मदिवस रूप में मनाया जाता है। बसंत पंचमी के आते ही हर भारतीय के मन में हर्ष उल्लास छा जाता है, एक सुंदर सा ऋतु परिवर्तन का मौसम जीवन में आध्यात्मिक परिवर्तन का संकेत है, जैसे की पिछले दो महीने से धरती मां ने शीत की चादर ओढ़ के रखी थी और अब धरती मां भी अंगड़ाइयां लेकर के जागृत हो रही है। हवाएं बदलने लगी हैं, मौसम में परिवर्तन आने लगा है। और इसीलिए बसंत पंचमी के अवसर पर हम परिवर्तन के लिए तैयार भी हो जाते हैं। खुशी के साथ बसंत पंचमी को एक त्यौहार के रूप में मनाते भी हैं, स्वागत भी करते हैं। हम भारतवासी भी कितने सौभाग्यशाली हैं, हम सभी भारतवासी छह ऋतुओं का अनुभव करते हैं, बसंत पंचमी के आने से जीवन में एक नई चेतना प्रस्फुटित होने लगती है। कोयल अपने मीठे गान आरंभ कर देती है, कोयल की कुहू से जैसे सारा वातावरण तरंगित हो उठता है। परमात्मा से प्रेम करने की यह ऋतु है। कहा जाता है जब ब्रह्मा जी ने सृष्टि को रचा तो जैसे कोई जान नहीं थी इस सृष्टि में जान भरने के लिए या उसको सुव्यवस्थित करने के लिए मां सरस्वती का जन्म हुआ और मां सरस्वती ने अपनी ज्ञान वीणा बजाते हुए मधुर स्वर भर दिया। आज के दिन का महत्व है कि मनुष्य के जीवन में आध्यात्मिक प्रज्ञा की जागृति होने लगती है।
उपस्थित सैकड़ो की संख्या में भक्तगणों ने मां सरस्वती देवी की आरती कर आशीर्वाद प्राप्त किया।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से संस्थान के वरिष्ठ भ्राता बीके डॉ. रावेंद्र भाई जी, श्री हेमराज सूर्यवंशी जी (एडवाइजर खनिज विदेश इंडिया लिमिटेड खान मंत्रालय, भारत सरकार) बीके घनश्याम भाई जी, बीके सुरेश भाई, बीके परिहार भाई जी, बीके ऋचा, बीके कुंती, बीके सतीश, बीके राम आदि उपस्थित थे।
कार्यक्रम के पश्चात उपस्थित सभी भक्तगणों को प्रसाद वितरण किया गया।