बायर ने छोटे किसानों की उपज और आय में वृद्धि के उद्देश्य से मध्य प्रदेश में रबी मक्का महोत्सव का किया आयोजन
10 अक्टूबर से बैतूल, छिंदवाड़ा, इंदौर, भोपाल, जबलपुर, रतलाम और सिवनी जिलों के गांवों में किसान बैठक की जा रही है। • कार्यशाला में लाइव प्रदर्शन, कृषि संबंधी प्रशिक्षण और डेकाल्ब हाइब्रिड्स से जुड़ी जानकारियाँ प्रदान की जा रही हैं।

फसल की कटाई, मड़ाई और क्रॉप कार्निवल जैसे लाइव फील्ड कार्यक्रमों के माध्यम से डेकाल्ब हाइब्रिड्स की बेहतर उपज और प्रदर्शन को प्रदर्शित किया जा रहा है।
मध्य प्रदेश, अक्टूबर 15, 2025: बायर, जो स्वास्थ्य सेवा और कृषि में वैश्विक विशेषज्ञता रखता है, मध्य प्रदेश के प्रमुख जिलों में किसानों के लिए कार्यशालाओं की एक श्रृंखला आयोजित कर रहा है। इन कार्यशालाओं में मक्का के महत्व जैसे खाद्य, चारा और सतत ईंधन के रूप को बताया जाएगा। ये किसान-केंद्रित रोड शो बेतुल, छिंदवाड़ा, सिवनी, इंदौर, भोपाल, जबलपुर और रतलाम के गांवों में होंगे, जो छोटे किसानों की बेहतर उपज और आय बढ़ाने में बायर की प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं। 10 अक्तूबर से ही उपरोक्त जिले के गांवों में किसान बैठक की जा रही है।
मक्का (Corn/Maize) एक वैश्विक रूप से महत्वपूर्ण फसल है और यह भोजन, पशु आहार और औद्योगिक कच्चे माल का अहम स्रोत है। भारत में मक्का खासतौर पर छोटे किसानों के लिए खाद्य सुरक्षा और ग्रामीण आजीविका में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। बायर (Bayer) की प्रमुख फसलों में से एक होने के नाते, मक्का नवाचार का एक बड़ा क्षेत्र है, जिसमें उच्च उपज देने वाली हाइब्रिड किस्में, जलवायु-प्रतिरोधी बीज और डिजिटल खेती के समाधान शामिल हैं। इन नवाचारों के जरिए, बायर का उद्देश्य पूरे भारत में सतत कृषि को बढ़ावा देते हुए मक्का किसानों की उत्पादकता और आय बढ़ाना है।
ये संवादात्मक / कार्यशालाएँ किसानों को आधुनिक फसल प्रबंधन की पूरी जानकारी देंगी, जिससे उनकी उपज बढ़ेगी और मिट्टी स्वस्थ रहेगी। कार्यक्रम में खेत में सीधे लाइव प्रदर्शन दिखाए जाएंगे, ताकि किसान नई तकनीकें अपने अनुभव में देख सकें। इसके अलावा, वे उन किसानों की सफलताओं की कहानियाँ सुनेंगे जिन्होंने डेकाल्ब हाइब्रिड्स से बेहतर उपज पाई है। विशेषज्ञ टिकाऊ खेती के तरीके बताएँगे, जिससे किसान अधिक उत्पादन कर सकें और मिट्टी की सेहत भी बनाए रख सकें। साथ ही, फार्मराइज (FarmRise) ऐप के क्यूआर (QR) कोड आधारित रिवॉर्ड सिस्टम जैसी गतिविधियों के जरिए किसान इनाम जीत सकते हैं और बायर के कृषि नेटवर्क से जुड़े रह सकते हैं।
इस पहल पर बोलते हुए बायर इंडिया, बांग्लादेश और श्रीलंका के क्लस्टर कमर्शियल लीड (क्रॉपसाइंस डिवीज़न) मोहन बाबू ने कहा, “बायर में हमारा उद्देश्य हर किसान को सही जानकारी, तकनीक और फसल समाधान देकर सशक्त बनाना है, ताकि वे अधिक स्थायी और लाभदायक खेती कर सकें। यह मक्का उत्सव हमारी किसानों के करीब रहने की लगातार प्रतिबद्धता का हिस्सा है, उनकी ज़रूरतों को समझना, बेहतरीन कृषि प्रथाएँ साझा करना और ऐसे नवाचार पेश करना जो उनकी उपज और आय को बढ़ा सकें। किसानों की उत्पादकता बढ़ाने, लागत कम करने और नए बाज़ार अवसरों का लाभ उठाने में मदद करके, हम उनकी आजीविका और दीर्घकालिक मजबूती दोनों को मजबूत बना रहे हैं।“
कार्यशालाओं में, किसान डेकाल्ब की रबी हाइब्रिड किस्मों के बारे में भी जानेंगे, जो विविध बुवाई परिस्थितियों के अनुकूल होने, बेहतरीन स्थिरता और उच्च गुणवत्ता वाले अनाज के लिए जानी जाती हैं। ये हाइब्रिड किस्में किसानों को दीर्घकालिक स्थिरता सुनिश्चित करते हुए अपनी उपज को बेहतर बनाने में मदद करने के लिए डिज़ाइन की गई हैं। डेकाल्ब रबी हाइब्रिड किस्मों में 65-70% स्टार्च और 8-9% प्रोटीन होता है, जो डिस्टिलरी और पोल्ट्री फीड उद्योगों के लिए इन संकर किस्मों से उच्च गुणवत्ता वाला इथेनॉल और पोल्ट्री फीड बनाने के लिए बेहद अनुकूल है।
व्यावहारिक शिक्षा और कृषि विशेषज्ञों के साथ सीधे संपर्क के माध्यम से, बायर किसानों को सशक्त बनाता है, और यह सुनिश्चित करता है कि वे भविष्य की चुनौतियों के लिए अच्छी तरह तैयार रहें और साथ ही भारत के कृषि क्षेत्र में आर्थिक विकास को गति प्रदान करें।
अधिक जानकारी के लिए तथा महोत्सव में भाग लेने के लिए किसान टोल-फ्री नंबर हैलो बायर: 1800-120-4049 पर कॉल कर सकते हैं।