हिंदुओं के आस्था के प्रतीक छोला दशहरा मैदान पर कब्जा रोके भाजपा सरकार
कलेक्टर से मिलकर मनोज शुक्ला ने की मामले की जांच की मांग

भोपाल। पुराने शहर में हिंदुओं के आस्था के प्रतीक एवं अनेक धार्मिक आयोजन के मुख्य केंद्र बिंदु छोला दशहरा मैदान पर कब्जे का प्रयास किया जा रहा है। नगर निगम के नाम पर मौके पर 14 से ज्यादा दुकान बिना टेंडर के बनाई जा रही है और पूरे शहर का कचरा छोला दशहरा मैदान में डाला जा रहा है। तर्क दिया जा रहा है कि छोला मंदिर के आसपास अव्यवस्थित बाजार को यहां शिफ्ट किया जाएगा। वहीं इस मामले में जब कांग्रेस ने नगर निगम प्रशासन से आपत्ति जताई तो कमिश्नर नगर निगम हरेंद्र नारायण ने ऐसे किसी भी प्रोजेक्ट के होने से ही इनकार कर दिया। गुरुवार को इस गंभीर मामले में कांग्रेस नेता मनोज शुक्ला अपने कार्यकर्ताओं के साथ कलेक्टर भोपाल से चर्चा करने पहुंचे। कलेक्टर से चर्चा में शुक्ला ने बताया कि नगर निगम की आड़ में स्थानीय जनप्रतिनिधि एवं उनके कार्यकर्ता दशहरा मैदान का अस्तित्व समाप्त करने का प्रयास कर रहे हैं। यदि प्रशासन और शासन ने इस मामले में तुरंत हस्तक्षेप नहीं किया तो सदियों से चली आ रही यह विरासत हमेशा के लिए विलुप्त हो जाएगी। कलेक्टर ने इस मामले में नगर निगम कमिश्नर से चर्चा करने के बाद किसी भी आवैधानिक कार्रवाई को पूरा नहीं होने देने का भरोसा कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल को दिया है।
इस अवसर पर हिंदू समाज के प्रमुख नेता पं. ईश्दयाल शर्मा, किशोरीलाल कुशवाहा, रविन्द्र साहू झूमरवाला, कैलाश बैगवानी, पत्रकार प्रेमनारायण प्रेमी, मोहन खटीक (पहलवान), सुरेश साहू, पूर्व पार्षद आशाराम शर्मा, महेश मेहरा, केशवराव मोरे, विजेंद्र शुक्ला, अमित खत्री, संदीप सरवैया, मुकेश पंथी, प्रिंस नवांगे, दीपक दीवान, दिनेश माली, तरुण विश्वकर्मा, कमलेश शाक्य, मोहन रुडेले, शंकर विश्वकर्मा आदि मौजूद थे।